भारतीय बल्लेबाज संजू सैमसन को न्यूजीलैड के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में एक बार फिर नजरअंदाज किया गया। उन्हें टीम के प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया। उन्हें फैन्स का लगातार समर्थन मिल रहा है। फीफा वर्ल्ड कप 2022 में भी फैन्स उनको सपोर्ट कर रहे हैं। मुकाबले वाले दिन वह ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं।
अब उन्हें सपोर्ट करने वालों के लिस्ट में पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया का नाम भी जुड़ गया है। कनेरिया ने ऋषभ पंत की अपेक्षा संजू सैमसन जैसे योग्य खिलाड़ी को कम मौके देने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड के साथ-साथ सेलेक्शन कमेटी की आलोचना की है।
'एक खिलाड़ी कितना सह सकता है?'
कनेरिया ने सैमसन के साथ हो रहे बर्ताव की तुलना अंबाती रायुडू से की। रायुडू को शुरू में इंग्लैंड में 2019 वर्ल्ड कप के लिए भारत के मध्यक्रम में नंबर चार का बल्लेबाज माना जा रहा था, लेकिन तब एमएसके प्रसाद के नेतृत्व वाली सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें टीम से बाहर रखा और ऑलराउंडर विजय शंकर को टीम में जगह दी गई।
दानिश कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि, 'एक खिलाड़ी कितना सह सकता है? उसने पहले ही बहुत कुछ सहा और जब भी मौका मिला है स्कोर किया। हम एक अच्छे खिलाड़ी को खो सकते हैं, क्योंकि उसे टीम में चयन और गैर-चयन की टॉर्चर के सामना करना पड़ता है। हर कोई उसके स्ट्रोक्स को एक्स्ट्रा कवर, कवर और खासकर पुल शॉट्स को देखना चाहता है।'
'रायुडू का करियर भी इसी तरह खत्म हुआ'
पूर्व पाकिस्तान क्रिकेटर ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अंबाती रायुडू का करियर भी इसी तरह खत्म हुआ। उन्होंने खूब रन बनाए, लेकिन उन्हें ज्यादती का सामना करना पड़ा। और वजह है भारतीय बोर्ड और सेलेक्शन कमेटी की अंदरूनी राजनीति। क्या खिलाड़ियों के बीच भी पसंद या नापसंद है?
आपको बता दें कि संजू सैमसन ने 2015 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया। उसके बाद से उन्होंने अब तक भारत के लिए केवल 11 वनडे और 16 टी-20 मैच खेले हैं। उन्हें अभी टेस्ट में डेब्यू करना है।