इंडियन टी-20 लीग की लोकप्रियता जिस तरह से दुनियाभर में बढ़ी है, वह वाकई भारतीय क्रिकेट के लिए सुखद है। बीसीसीआई ने हाल ही में इंडियन टी-20 लीग 2023-27 चक्र के लिए मीडिया राइट्स को 48,390 करोड़ रुपये में बेचा है। इस लीग के मीडिया राइट्स नीलामी पर बोलते हुए पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने एक बार बीसीसीआई पर निशाना साधा है।
BCCI सचिव जय शाह ने साफ किया है कि अगले साल से इंडियन टी-20 लीग के लिए ढाई महीने की अलग विंडो होगी। अगर इस लीग को एफटीपी कैलेंडर से अलग विंडो मिल जाती है तो इसका असर पाकिस्तान क्रिकेट पर पड़ेगा, क्योंकि उस समय पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय टीमों की मेजबानी या दौरा नहीं कर पाएगा।
बता दें कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने इंडियन टी-20 लीग के उद्घाटन संस्करण में हिस्सा लिया था, लेकिन इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव की वजह से पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इस लीग में खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
शाहिद अफरीदी ने कहा बीसीसीआई जो कहेगा वही होगा
इस साल मार्च में जिस समय इंडियन टी-20 लीग शुरू हुआ, पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी की। इसके कारण कुछ बड़े खिलाड़ी इंडियन टी-20 लीग के शुरुआती मुकाबलों में नहीं खेल सके। हालांकि सीरीज के समाप्त होने के बाद वे लीग में शामिल हुए। इस दौरान पाकिस्तान को तब तक ब्रेक लेना पड़ा, जब तक लीग समापन के बाद वेस्टइंडीज सीरीज शुरू नहीं हुई।
इंडियन टी-20 लीग के कारण पाकिस्तान क्रिकेट शेड्यूल पर होने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर शाहिद अफरीदी ने कहा कि भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट बाजार है और वो जो तय करेगा वही होगा। अफरीदी ने समा टीवी के शो गेम सेट मैच में कहा, "यह सब बाजार और अर्थव्यवस्था के तहत आता है। सबसे बड़ा क्रिकेट बाजार भारत है। वे जो कहेंगे वही होगा।"
बता दें कि दो साल पहले अफरीदी ने इंडियन टी-20 लीग को एक बड़ा ब्रांड बताया था और कहा था कि कप्तान बाबर आजम सहित पाकिस्तानी खिलाड़ियों लीग में शामिल होना चाहिए, क्योंकि वे एक बड़े से मौके से चूक रहे हैं।