विराट कोहली और सौरव गांगुली के बयानों में मतभेद को लेकर वर्तमान में भारतीय क्रिकेट में माहौल काफी गर्म है। क्रिकेट विशेषज्ञ और पूर्व क्रिकेटर इस मामले को सही तरीके से निपटाने की बात कर रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भी इस मामले पर खुलकर बात की है।
अफरीदी ने कहा कि इस मुद्दे को और बेहतर तरीके से सुलझाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि एक क्रिकेट बोर्ड एक पिता की भूमिका निभाता है। इस मामले में बीसीसीआई को एक खिलाड़ी के साथ भविष्य की योजनाओं के बारे में संवाद करना चाहिए था।
कोहली और गांगुली के बयानों में मतभेद
दरअसल दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले विराट कोहली को वनडे में कप्तानी से हटा दिया गया और रोहित शर्मा को नया कप्तान नियु्क्त किया गया। इसके बाद कोहली ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि टेस्ट टीम चयन से कुछ घंटे पहले उन्हें इसके बारे में बताया गया। उन्होंने साथ में कहा कि टी-20 कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए किसी ने उनसे कुछ नहीं कहा था। लेकिन बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सौरव गांगुली ने कहा था कि विराट कोहली से टी-20 कप्तानी नहीं छोड़ने का अनुरोध किया था।
विवाद से कुछ समाधान नहीं होगा
इस तरह विराट कोहली और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के बयानों में मतभेद ने मामले में तूल पकड़ लिया। वहीं अब शाहिद अफरीदी ने कहा, 'इस मामले को बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था। मुझे हमेशा लगता है कि क्रिकेट बोर्ड की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। यह एक पिता की भूमिका निभाता है। किसी खिलाड़ी के बारे में बोर्ड की चयन समिति की भविष्य की जो भी योजनाएं होती हैं, वह उन योजनाओं को उस खिलाड़ी तक पहुंचाती है, जैसे, हमारे पास ये योजनाएं हैं, आपकी क्या योजनाएं हैं?'
शाहिद अफरीदी ने आगे कहा, 'यदि आप मीडिया के माध्यम से संवाद करते हैं, तो समस्याएं होंगी। अगर आप एक दूसरे के सामने बैठते हैं। आमने-सामने बात करते हैं, तो मुझे लगता है कि समस्याओं का समाधान हो सकता है। अगर आप किसी चीज से विवाद पैदा करना चाहते हैं, तो इससे कुछ भी समाधान नहीं होगा।'
इस बीच भारत अपने दक्षिण अफ्रीकी दौरे की शुरुआत तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ करेगा और पहला टेस्ट मैच 26 दिसंबर को सेंचुरियन में खेला जाएगा।