इंग्लैंड के खिलाफ पिछले दौरे में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारतीय तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को 'लॉर्ड' का निकनेम मिला था। उनका यह नाम इतना फेमस हुआ कि उसके बाद जब भी शार्दुल बल्ले या गेंद से अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनके साथी खिलाड़ी उन्हें लॉर्ड के नाम से बुलाते हैं। ठाकुर ने डेब्यू के बाद से हर विदेशी दौरों पर भारतीय टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
भारत और इंग्लैंड के बीच 5वां टेस्ट 1 जुलाई से शुरू हो रहा है। शार्दुल ठाकुर ने पिछले साल चौथे टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर टीम को जीत दिलाई थी। शार्दुल ठाकुर की वजह से भारतीय टीम अभी सीरीज में 2-1 से आगे है।
ठाकुर ने BCCI से बातचीत में बताया कैसे उन्हें मिला यह निकनेम
BCCI द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में ठाकुर ने बताया कि कैसे उन्हें लॉर्ड और बिफी निकनेम मिलें। उन्होंने कहा कि, "इंग्लैंड की पिच किसी गेंदबाज के लिए जन्नत से कम नहीं है। गेंद बड़े अच्छे तरीके से स्विंग होती है जिससे आप एक ही ओवर में ज्यादा विकेट ले सकते हो। इसलिए इंग्लैंड मेरे लिए सबसे पसंदीदा जगहों में से है।
बात करें निकनेम की तो मेरे साथी मुझे जिस नाम से बुलाए मुझे सभी नामों से मजा आता है। यह दिखाता है कि मेरे साथी मुझसे कितना प्यार करते हैं कि वह मुझे निकनेम से बुला रहे हैं। रणजी ट्रॉफी के दिनों में मुझे बुल नाम दिया था। इंग्लैंड में अच्छा खेलने के बाद मुझे लॉर्ड और बिफी के नाम से बुलाया जानें लगा जो बहुत ही फेमस हुआ। ऐसे नाम सुनकर मुझे अच्छा लगता है।"
पहले अंतर्राष्ट्रीय दौरे में ही मिला इतना बड़ा निकनेम
इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दौरे में ही उन्हें 'लॉर्ड ठाकुर' को निकनेम मिला, उन्होंने शानदार प्रदर्शन दिखाया और एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में उभरें जिसपर कप्तान किसी भी मुश्किल परिस्थिति में आंख बंद कर भरोसा कर सकता है। पिछले साल टेस्ट में उन्होंने दो अहम पारी खेली थी। ठाकुर के 57 रन की पारी से भारत को शुरुआती पारी में 191 रन बनाने में मदद मिली थी। वहीं दूसरी पारी में ठाकुर ने टीम के लिए 60 रन महत्वपूर्ण रहे और अंतिम परिणाम भारत के पक्ष में आया और टीम ने 157 रनों से मैच जीत लिया।
शार्दुल ठाकुर ने टीम को लेकर कहा कि,"हमारे सभी तेज गेंदबाज, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव, अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। गेंदबाजों को कभी-कभी अपने पहले स्पेल में 2-3 विकेट मिल जाते हैं और जब उन्हें आराम की जरूरत होती है तब मैं गेंदबाजी करने आता हूं। मुझे यह भूमिका पसंद है क्योंकि मेरे अच्छे प्रदर्शन से टीम को बड़ी सफलता मिल सकती है।”