पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने हाल ही में उस घटना को याद किया है, जब उन्होंने सचिन तेंदुलकर को टेस्ट क्रिकेट में पहली बार आउट किया था। पाकिस्तान के इस तेज गेंदबाज ने अपने करियर में कई मौकों पर तेंदुलकर का सामना किया है। हालांकि, उस समय को ज्यादा तवज्जो देते हैं, जब उन्होंने 1999 में पहली बार सचिन को आउट किया था।
सचिन तेंदुलकर उस सीरीज शानदार फॉर्म में थे और उन्होंने दो शतक लगाए थे। शोएब अख्तर पहली बार सचिन का सामना कर रहे थे और उन्होंने अपनी एक शानदार गेंद पर सचिन को आउट कर बड़ा स्कोर बनाने से रोका था। उस मौके को याद करते हुए शोएब ने कहा कि उन्होंने टीम के साथी और पाकिस्तान के महान स्पिनर सकलैन मुश्ताक से तेंदुलकर के बारे में बात की थी।
शोएब अख्तर ने घटना को किया याद
स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में शोएब अख्तर ने कहा, मैंने सकलैन मुश्ताक से पूछा कि यह क्रिकेट का भगवान कौन है? उन्होंने कहा यह सचिन तेंदुलकर हैं। मैंने सकलैन से कहा, अगर मैं उन्हें आउट कर दूं तो क्या होगा। वह बोले मैंने पिछले दो टेस्ट मैचों में उन्हें आउट किया है। सकलैन और मेरे बीच इस बात को लेकर थोड़ी बहस शुरू हो गई कि सचिन को आउट करेगा।'
अख्तर ने उस पूरे वाकये के बारे में बताया जब सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उस मैच में सचिन का विकेट था, जिसने उन्हें स्टार बनाया।
अख्तर ने कहा, 'सचिन क्रीज पर तैयार हो रहे थे और वसीम अकरम ने मुझसे कहा कि शेबी लाइन को बिल्कुल भी मिस मत करना। मैं सचिन को आउट करने को लेकर काफी परेशान था। मुझे याद है कि मैं सोच रहा था कि उन्हें क्या गेंदबाजी करूं। सचिन तैयार थे और मैंने रन-अप लेना शुरू किया। मैंने जो गेंद फेंकी, मुझे पता था कि वह स्टंप्स पर लगेगी।'
उन्होंने आगे बताया, 'सचिन की बैकलिफ्ट काफी ऊंची थी और मुझे पता था कि बॉल रिवर्स स्विंग हो रही है। मुझे आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि मैने वही प्लान किया था। सचिन जब आउट हुए तो ग्राउन्ड पर बिल्कुल सन्नाटा छा गया। वहां सिर्फ हमारी आवाज आ रही थी। शायद सचिन ही हैं, जिन्होंने मुझे उस घटना के कारण स्टार बनाया।'