भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने 1 फरवरी को धुआंधार पारी खेली जिसके चलते भारत ने न्यूजीलैंड को 168 रनों से हराकर अहमदाबाद में 3 मैचों की टी-20 सीरीज का आखिरी मैच जीता और टी-20 इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज की। बता दें कि भारत ने इस सीरीज को 2-1 के अंतर से जीता।
युवा क्रिकेटर शुभमन गिल अपने जीवन के बेहतरीन फॉर्म में हैं और इस नए कैलेंडर वर्ष में उन्होंने भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाए हैं। गिल टी-20 फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। वहीं, पृथ्वी शॉ को बेंच किए जानें के साथ ही कई लोगों ने प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे।
शुभमन गिल अपने करियर के बेहतरीन फॉर्म में हैं
इस बात को दिल पर लेकर 23 वर्षीय, गिल ने तीसरे टी-20 में अपना पहला शतक बनाया और T20I में एक भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर में परिवर्तित करके अपने सभी आलोचकों को चुप करा दिया। 200 के धांसू स्ट्राइक रेट पर बल्लेबाजी करते हुए, गिल ने केवल 63 गेंदों में 126 रन बनाए और अकेले दम पर भारत को श्रृंखला जीतने में मदद की।
गिल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के बल्लेबाजी लाइन-अप का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। जबकि अन्य सीनियर खिलाड़ियों को अक्सर श्रृंखला के बीच में आराम मिलता है, इस युवा खिलाड़ी ने टीम में पिछले दो महीनों में सबसे अधिक मैच खेले हैं।
विराट कोहली-रोहित शर्मा के साथ सभी सीनियर खिलाड़ियों पर गिल ने कसा तंज!
टीम इंडिया के सीरीज जीतने के बाद जब गिल से पूछा गया कि उन्होंने कैसे बीजी शेड्यूल का सामना किया और क्या उन्होंने कभी अपनी बैटरी को रिचार्ज करने के लिए खेल से ब्रेक लेने के बारे में सोचा?
इस बात का जवाब देते हुए गिल ने अपने बयान में कुछ ऐसा कहा जिससे फैंस को ऐसा लगा कि वह विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर भारतीय प्लेयर पर तंज कस रहे हैं।
गिल ने अपने बयान में कहा कि, "जब आप अपने देश के लिए खेलते हैं तो मुझे नहीं लगता कि किसी तरह की थकान होती है। भारत के लिए खेलना मेरा सपना था, और मैं तीनों फॉर्मेट में टीम का हिस्सा बनने के लिए बहुत भाग्यशाली हूं। यह एक आशीर्वाद है। मुझे नहीं लगता कि किसी भी तरह की थकान है।"
इस बयान से यह बात तो साफ है कि गिल की प्राथमिकताएं सिर्फ क्रिकेट को लेकर हैं। एक ओर जहां सीनियर खिलाड़ी हर श्रृंखला में ब्रेक लेने में व्यस्त हैं, वह अधिक से अधिक मैच खेलना चाहते हैं। शायद, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ी अपने युवा साथियों से सीख सकते हैं और देश के लिए खेलते हुए कुछ और जुनून दिखा सकते हैं।