श्रीलंका क्रिकेट ने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए अपने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसका उद्देश्य है कि खिलाड़ी अपनी फिटनेस को प्राथमिकता दें और विशेष रूप से उस पर ध्यान केंद्रित करें। इस साल की शुरुआत में बोर्ड ने दो किलोमीटर का फिटनेस टेस्ट शुरू किया और सभी क्रिकेटरों को आठ मिनट व 35 सेकंड में दौड़ को पूरा करना अनिवार्य किया था।
हालांकि क्रिकेट सलाहकार समिति के अनुरोध के बाद समय बढ़ाकर आठ मिनट और 55 सेकंड कर दिया गया। वहीं नये नियमों के अनुसार खिलाड़ियों को अब 8 मिनट और 10 सेकंड में टेस्ट क्लियर करना होगा। अगर खिलाड़ी टेस्ट में सफल नहीं होते हैं तो श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड उनके वेतन में भी कटौती करेगा।
इसके अलावा अगर कोई क्रिकेटर दौड़ पूरा करने में 8 मिनट और 55 सेकंड से अधिक समय लेता है, तो उसे नेशनल टीम में चयन के लिए नहीं माना जाएगा। श्रीलंका क्रिकेट के चयनकर्ताओं के अध्यक्ष प्रमोद विक्रमसिंघे ने इसकी जानकारी दी।
फिटनेस में चूक बर्दाश्त नहीं करेगा श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड
विक्रमसिंघे ने कहा, 'अगर कोई खिलाड़ी फरवरी में 8.35 मिनट में 2 किमी दौड़ता है, तो उसे अब 8.10 मिनट से कम समय में ऐसा करने में सक्षम होना होगा। हम चाहते हैं कि खिलाड़ी वास्तव में अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करें और हम फिटनेस में चूक को बर्दाश्त नहीं करेंगे।'
श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज विक्रमसिंघे ने कहा, 'फिटनेस टेस्ट के अलावा, हम उनके कौशल का भी परीक्षण करेंगे, यह देखने के लिए कि वे खेलने के लिए तैयार हैं या नहीं।'
उन्होंने फिटनेस पर पर्याप्त जोर देने के लिए श्रीलंकाई क्रिकेटरों की भी सराहना की, लेकिन भविष्य में भी इस पर काम करने की बात कही। पहला फिटनेस टेस्ट 7 जनवरी 2022 को आयोजित किया जाना है।
श्रीलंकाई टीम ने हाल ही में गाले इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज को हराया। इससे पहले टीम ने टी-20 विश्व कप 2021 में भी अच्छा प्रदर्शन किया था, हालांकि वे टूर्नामेंट के सुपर 12 से आगे जाने में विफल रहे थे।