भारतीय महिला क्रिकेट की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट मैच में शतक जड़कर इतिहास रच दिया है। वह गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले टेस्ट मैच में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गईं हैं। यह भारत महिला टीम का पहला डे-नाइट टेस्ट मैच है।
विदेश में उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय
स्मृति मंधाना, विराट कोहली के बाद पिंक बॉल टेस्ट में शतक बनाने वाली दूसरी भारतीय भी हैं। इससे पहले कोहली ने साल 2019 में ईडन गार्डन्स में पुरुष टीम के पहले डे-नाइट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ शतक बनाया था। हालांकि, मंधाना विदेश में टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय हैं। इस मैच में स्मृति मंधाना ने अपने सलामी जोड़ीदार शैफाली वर्मा के साथ शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया।
पहले विकेट के लिए 93 रन जोड़े
मंधाना ने केवल अपना चौथा टेस्ट खेलते हुए 51 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। अपने अर्धशतक तक पहुंचने के बाद मंधाना धीमी गति से खेलने लगी, क्योंकि दूसरे छोर पर शेफाली वर्मा गति पकड़ रही थी। हालांकि यह साझेदारी टूट गई। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 93 रन जोड़े।
पहला टेस्ट शतक पूरा किया
पहले दिन बारिश रुकने से पहले मंधाना और पूनम राउत क्रीज पर थीं। दूसरे दिन मंधाना ने वहीं से पारी आगे शुरू की, जहां उन्होंने छोड़ा था। उन्होंने 52वें ओवर में दो चौके लगाकर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। मंधाना ने 216 गेंदों का सामना करते हुए 127 रन बनाये, जिसमें उन्होंने 22 चौके और एक छक्का लगाया। मंधाना ने पूनम राउत के साथ दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े।
टेस्ट डेब्यू में जड़ा था अर्धशतक
स्मृति मंधाना के टेस्ट करियर का ये पहला शतक है। इससे पहले टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 78 रन था। स्मृति मंधाना ने 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में पहली और दूसरी पारी में क्रमशः 22 और 51 रन बनाये थे और अपनी टीम को मैच जीतने में मदद की।