बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुल ने टीम इंडिया के अगले मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को बनाये जाने की खबरों को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि कुछ निश्चित नहीं हुआ है, मैंने केवल अखबारों में इसे पढ़ा है। कोच पद के लिए आवेदन मांगे गये हैं। अगर वह आवेदन करना चाहते हैं तो वह करेंगे। कोच पद के लिए एक पूरी प्रक्रिया है। दरअसल यूएई में हो रहे इंटरनेशनल टी-20 कप के बाद वर्तमान कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसके साथ ही गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधऱ भी टूर्नामेंट के समापन के बाद अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हैं।
राहुल द्रविड़ अभी एनसीए के निदेशक हैं
रवि शास्त्री के स्थान पर राहुल द्रविड़ का कोच पद संभालने की संभावना जताई जा रही है, जो 2017 से टीम के साथ हैं। राहुल द्रविड़ को इस भूमिका के लिए पहले भी प्रस्ताव भेजे गये थे, लेकिन दो बार इनकार कर दिया गया था। कथित तौर पर द्रविड़ इस बार बीसीसीआई के प्रस्ताव से सहमत हो गये थे। हालांकि सौरव गांगुली ने आज तक के सलाम क्रिकेट शो में खुलासा किया कि इसकी कोई पुष्टि नहीं है, मैंने इसे केवल समाचार पत्रों में पढ़ा है। आवेदन मांगे गये हैं अगर वह करना चाहते हैं, तो करेंगे।
सौरव गांगुली ने कहा कि अभी राहुल द्रविड़ एनसीए के निदेशक हैं और दुबई में वह एनसीए के बारे में बात करने के लिए हमसे मिलने आये थे। सभी जानते हैं कि भारत में क्रिकेट को आगे बढ़ाने में एनसीए की बड़ी भूमिका होती है। नेशनल क्रिकेट अकादमी भारतीय क्रिकेटरों की अगली पीढ़ी तैयार करती है। इसलिए राहुल द्रविड़ इस पर चर्चा करने आये थे।
पहले भी हुई उनसे बात
गांगुली ने आगे कहा कि पिछली बार की तरह राहुल द्रविड़ इस बार भी इस पद के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। हमने पहले भी उनसे बात की थी क्या वह सीनियर टीम की कोचिंग की भूमिका चाहेंगे, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। इस मामले में उनका स्टैंड अब भी पहले जैसा ही है। हालांकि उन्होंने कुछ समय मांगा, देखते हैं क्या होता है।
राहुल द्रविड़ ने 2018 में भारत के बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने जुलाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका में टीम इंडिया के कोच के रूप में यात्रा की थी, जब रवि शास्त्री, भरत अरुण और विक्रम राठौर इंग्लैंड में भारतीय टेस्ट टीम के साथ गये थे।