दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। सेंचुरियन में भारत के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के कुछ घंटों बाद ही क्विंटन डी कॉक ने अपने फैसले के बारे में क्रिकेट साउथ अफ्रीका को बताया। इसके बाद सीएसए ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए पुष्टि की विकेटकीपर-बल्लेबाज डी कॉक ने टेस्ट फार्मेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने अपने ट्वीट में कहा कि क्विंटन डी कॉक ने अपने बढ़ते परिवार के साथ अधिक समय बिताने का फैसला किया है और इसी कारण से उन्होंने अपने टेस्ट करियर से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।
BREAKING: #Proteas wicket-keeper batsman, Quinton de Kock has announced his retirement from Test cricket with immediate effect, citing his intentions to spend more time with his growing family.
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) December 30, 2021
Full statement: https://t.co/Tssys5FJMI pic.twitter.com/kVO8d1e0Ex
'परिवार मेरे लिए सब कुछ है'
बयान में क्विंटन डी कॉक ने कहा कि यह फैसला उनके लिए आसान नहीं था। हालांकि वह अपनी पत्नी साशा के साथ अधिक समय बिताना चाहते हैं। वह और उनकी पत्नी अपन पहले बच्चे का एक साथ स्वागत करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह निर्णय आसान नहीं था।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने यह फैसला लेने में काफी समय लिया। वह अपने भविष्य को कैसे देखते हैं और उनके जीवन में किसकी प्राथमिकता होनी चाहिए, जब वह और उनकी पत्नी साशा अपने पहले बच्चे का स्वागत करने वाले हैं और परिवार को आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार उनके लिए सब कुछ है और वह जीवन के इस नये अध्याय के दौरान उनके साथ समय बिताना चाहते हैं।
इसके अलावा क्विंटन डी कॉक ने यह भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका के साथ उनका करियर समाप्त नहीं हुआ है और वह सीमित ओवरों के क्रिकेट में देश के लिए खेलने को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
टेस्ट करियर में प्रदर्शन
क्विंटन डी कॉक दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी टेस्ट खिलाड़ियों में से एक थे और भविष्य में निश्चित रूप से अफ्रीकी टीम को उनकी कमी खलेगी। डी कॉक ने भारत के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट की दो पारियों में 34 और 21 रन बनाए। डी कॉक ने टेस्ट करियर में 54 मैच खेले हैं और 38.82 की औसत से 6 शतक व 22 अर्धशतकों के साथ 3300 रन बनाये हैं। उन्होंने कुछ टेस्ट मैचों में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी भी की।