साल 2021 में भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में दबदबा रहा, क्योंकि टीम ने लॉर्ड्स, ओवल और सेंचुरियन में मैच जीते। इसके अलावा टेस्ट रैंकिंग में भारत 124 रेटिंग प्वाइंट के साथ पहले स्थान पर है। इस समय भारतीय गेंदबाजी आक्रमण विश्व की सर्वश्रेंष्ठ गेंदबाजी अटैक में से एक है और उन्होंने पिछले कुछ सालों में टीम को कई मैच जिताए हैं।
विराट के लिए भी बतौर कप्तान साल 2021 अच्छा रहा, लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में वह संघर्ष करते नजर आये। उन्होंने 2019 के बाद से किसी भी प्रारूप में शतक नहीं लगाया है और साल 2021 में भी वह कोई शतक नहीं लगा सके। इस तरह उन्हें उनके 71वें अंतरराष्ट्रीय शतक के लिए और इंतजार करना पड़ेगा। सेंचुरियन टेस्ट में कोहली ने दो पारियों में 35 और 18 रन बनाए और दोनों पारियों में वह ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर शॉट लगाने के दौरान आउट हुए।
विराट कोहली की हो सकती है मदद
इस बीच स्टार स्पोर्ट्स पर एक शो में सुनील गावस्कर ने कहा कि कोहली को सचिन तेंदुलकर को फोन करना चाहिए और उनसे सलाह लेना चाहिए। सुनील गावस्कर को लगता है कि सचिन तेंदुलकर के साथ बातचीत से विराट कोहली को मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि कोहली की तरह सचिन में ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों का पीछा करने की प्रवृत्ति थी, जिसे वह सिडनी में नियंत्रित करने में कामयाब रहे।
उन्होंने 2003-04 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे को याद किया, जहां मास्टर ब्लास्टर ने सिडनी टेस्ट की पहली पारी में दोहरा शतक लगाया था। सचिन तेंदुलकर ने दूसरी पारी में भी अर्धशतक बनाया, जिससे भारतीय टीम मैच ड्रा कराने में सफल रही और सीरीज 1-1 पर समाप्त हुई।
सुनील गावस्कर ने कहा, 'कोहली की बात करें तो यह शानदार होगा अगर वह सचिन तेंदुलकर को नए साल की शुभकामनाएं देने के लिए कॉल करें और उस बातचीत के दौरान, अगर वह शायद उनसे पूछ सके कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ष 2003-04 में अपने ऑफसाइड शॉट्स पर कैसे अंकुश लगाया।'
उन्होंने कहा, 'सचिन कवर्स में कैच आउट हो रहे थे या विकेट के पीछे पकड़े गये थे और फिर उस चौथे टेस्ट मैच में उन्होंने फैसला किया कि वह कवर्स में नहीं खेलने वाले हैं। वह केवल मिड-ऑफ या स्ट्राइटर और ऑन साइड पर ही खेल रहे थे और उसका अंत क्या हुआ? पहली पारी में 241 नाबाद और दूसरी पारी में नाबाद 60 रन बनाये।