बीसीसीआई ने इंटरनेशनल टी-20 कप के लिए पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम इंडिया का मेंटर नियुक्त किया। टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले विराट कोहली ने भी इंटरनेशनल टी-20 कप के बाद टीम इंडिया के टी-20 कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था। वहीं इस मेगा इवेंट में 24 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान के बीच हाई-वोल्टेज मुकाबला खेला जाना है, जिसको लेकर दोनों देश के क्रिकेटरों के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर तनवीर अहमद ने कहा है कि ये फैसले इसलिए किए गए हैं, क्योंकि भारत दबाव में है।
भारत दबाव में इसलिए धोनी बने मेंटर
तनवीर अहमद ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि कागज पर भारत एक टॉप की टीम है, लेकिन उनका हाल फिलहाल का प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है। सबसे पहले मैं विराट कोहली के बारे में बात करना चाहता हूं। वह काफी दबाव में थे और उन्होंने टी-20 कप्तानी छोड़ दी। उन्होंने कहा कि मैं टी-20 में कप्तानी नहीं करूंगा, क्योंकि मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।
इसलिए शायद वे दबाव में थे और तब एमएस धोनी को टीम का मेंटर बनाया गया। अगर आप आईपीएल की बात करें तो भारतीय टीम के खिलाड़ी टॉप टेन में प्रदर्शन करने वालों में नहीं रहे। भारतीय स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, इसलिए निश्चित रूप से दबाव होगा।
पाकिस्तान को यूएई में खेलने का अधिक अनुभव
भारत और पाकिस्तान 24 अक्टूबर को अपने इंटरनेशनल टी-20 कप अभियान को शुरू करने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे। इंटरनेशनल टी-20 कप में दोनों टीमों के प्रदर्शन की बात करें तो भारत का पाकिस्तान पर दबदबा है। हालांकि, तनवीर अहमद ने कहा कि पाकिस्तान टीम को यूएई में खेलने का अधिक अनुभव है और इससे टीम को भारत पर बढ़त मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अगर आप पाकिस्तान टीम की बात करें तो टीम लंबे समय से दुबई में क्रिकेट खेल रही है। उन्हें परिस्थितियों का अच्छा अंदाजा है। कागज पर भले ही भारतीय टीम अच्छी दिख रही है, लेकिन टी-20 क्रिकेट में आप कुछ नहीं कह सकते। इसमें एक खिलाड़ी आपको मैच जीता सकता है।