भारत पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड से हारा था। इस बार उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। 7 जून से ओवल में शुरू वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 444 रनों का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया बुरी तरह फेल हुई और उन्हें 209 रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
हार का दुख भारत के कम नहीं था कि मैच में हुई गलती की वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। भारत के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया भी लपेटे में आ गया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंतिम दिन के समापन के बाद, भारत और ऑस्ट्रेलिया पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड ने फाइन लगाया है। यह जुर्माना स्लो ओवर रेट के वजह से लगाया गया है। भारत के ऊपर 100 प्रतिशत तो वहीं, ऑस्ट्रेलिया के ऊपर मैच फीस का 80 प्रतिशत फाइन लगाया गया है।
किस वजह से लगा है फाइन?
फाइन लगाने की वजह यह है कि भारत निर्धारित लक्ष्य से पांच ओवर धीमे रहा, जबकि ऑस्ट्रेलिया चार ओवर। खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर प्रत्येक ओवर के लिए उनकी मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है, जो वे निर्धारित समय के भीतर गेंदबाजी करने में विफल रहते हैं।
शुभमन गिल पर अलग से लगा जुर्माना
भारत के शुभमन गिल को भी टेस्ट के चौथे दिन उन्हें आउट देने के फैसले की आलोचना करने के लिए एक और दंड का सामना करना पड़ेगा, जो अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन करता है। इसका मतलब यह है कि जो खिलाड़ी एक अंतरराष्ट्रीय मैच में होने वाली घटना के संबंध में अंपायरों की सार्वजनिक आलोचना या अनुचित टिप्पणी करता है तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ेगा।
युवा सलामी बल्लेबाज पर उनकी मैच फीस का 15% और जुर्माना लगाया गया, जिसका मतलब यह है कि उन्हें और पैसे देने होंगे। क्योंकि उनपर प्रभावी रूप से मैच फीस का 115% जुर्माना लगाया गया है।