श्रीलंका में लंबे समय से आर्थिक और राजनीतिक संकट मंडरा रहा है और अब स्थिति बेकार होती जा रही है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस संकट के बावजूद एशिया कप की मेजबानी करने की मांग कर रही थी लेकिन देश में ऐसे संकट को देखते हुए बांग्लादेश को ये मेजबानी सौंपी जा सकती है।
एशियन क्रिकेट काउंसिल ने अगस्त में होने वाले एशिया कप को लेकर श्रीलंका से मेजबानी छीनने की सोची है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) जुलाई महीने के अंत तक सभी चीजों पर निर्णय करने की बात कही है। श्रीलंकन क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम की मेजबानी की जिसमें तीन टी-20, पांच वनडे और दो टेस्ट शामिल थे। उन्होंने तीन टी-20 और वनडे के लिए भारतीय महिला टीम की भी मेजबानी की है।
एशियन क्रिकेट काउंसिल नहीं लेना चाहता कोई जोखिम
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, ACC इस मामले में कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है और श्रीलंका में बिगड़ती स्थिति को देखकर वह सुरक्षा पर ध्यान रखना चाहती है। दरअसल, श्रीलंका के निवासियों ने हाल ही में राष्ट्रपति के घर में कब्जा किया और प्रधानमंत्री के निजी घर में आग लगा दी और ऐसा होते देख देश के नेताओं ने पद छोड़ने की इच्छा व्यक्त की।
टी-20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए अहम है यह एशिया कप
इस साल एशिया कप में कुल छह देश भाग लेंगे, जिसमें से श्रीलंका, भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश को स्थान मिल चुके है और अब सिर्फ एक स्थान खाली है। ऐसे में यूएई, कुवैत, सिंगापुर और हांगकांग के बीच 6वें स्थान को लेकर प्रतियोगिता होगी। एशिया कप उन देशों के लिए एक बड़ा मंच होगा जो इस साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप खेलेंगे।
इस टूर्नामेंट में 6 टीमों को 3-3 करके 2 ग्रुप में बांटा जाएगा। भारत और पाकिस्तान एक ही ग्रुप में हैं। सभी टीमें एक दूसरे से एक बार मैच खेलेंगी और हर ग्रुप से टॉप 2 टीम सेमीफाइनल में जाएंगी। इसके बाद सुपर 4 में सारी टीमें 3 मैच खेलेगी और इसमें से 2 टीम फाइनल में जाएंगी। यह टूर्नामेंट 27 अगस्त से शुरू होगा जहां फैंस को रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।