7 अप्रैल सुपर संडे का दूसरा सुपरहिट मुकाबला राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच सवाई मानसिंह क्रिकेट स्टेडियम जयपुर में खेला गया। मैच का निर्णय आखिरी गेंद पर हुआ जिसमें हैदराबाद ने रोमांचक तरीके से 4 विकेट से जीत दर्ज की। दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मुकाबले में काफी ड्रामा देखने को मिला था। लेकिन आखिरी ओवर में आखिरी बॉल के नो बॉल होने के कारण राजस्थान का जीता हुआ मैच हैदराबाद ने जीत लिया था।
दरअसल हैदराबाद को आखिरी के दो ओवरों में 41 रनों की दरकार थी। राजस्थान की ओर से कुलदीप यादव 19वां ओवर लेकर आए। सामने खड़े हैदराबाद के आक्रामक बल्लेबाज ग्लेन फिलिप्स ने लगातार तीन छक्के और एक चौका जड़कर यादव के चार गेंदों पर 25 रन बना लिए थे। हालांकि अगली गेंद पर बड़े शॉट के चक्कर में फिलिप्स कुलदीप के शिकार बन गए। आखिरी ओवर में हैदराबाद को 17 रनों की जरूरत थी। गेंदबाज संदीप शर्मा ने आखिरी गेंद तक राजस्थान को मुकाबले में बनाए रखा। लेकिन आखिरी गेंद नो बॉल हो गई उसपर अब्दुल समद ने छक्का जड़कर हैदराबाद को हारा हुआ मैच जीतवा दिया।
आज इस आर्टिकल में हम उन तीन खिलाड़ियों का जिक्र करेंगें, जिन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम को मैच जितवाया है।
1. केएस भरत
केएस भरत ने आईपीएल 2021 में अपना पहला मुकाबला खेला था। भरत ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए डेब्यू किया था। हालांकि शुरुआती मुकाबलों में भारत ने बैंगलोर के लिए शानदार प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ भारत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए बैंगलोर को मैच जितवाया था। उस मुकाबले में 165 रनों का पीछा कर रही थी। बैंगलोर को आखिरी ओवर में 15 रनों की दरकार थी। दिल्ली के तेज गेंदबाज आवेश खान अपनी शुरुआती पांच गेंदों पर 9 रन खर्च कर चुके थे। आखिरी गेंद पर बैंगलोर को जीत के लिए 6 रनों की जरूरत थी। सामने खड़े भारत ने आवेश की फूल टॉस गेंद को लॉंग ऑन बॉउन्ड्री के ऊपर से छह रनों के लिए भेजकर बैंगलोर को एक शानदार जीत दिलवाई।
2. महेंद्र सिंह धोनी
आईपीएल इतिहास में सबसे अद्भत मुकाबला आईपीएल 2016 के दौरान राइजिंग पुणे सुपरजायंट और पंजाब किंग्स के बीच में हुआ था। पुणे को अपना आखिरी लीग गेम जीतने के लिए 173 रनों की जरूरत थी। 19 ओवर के बाद पुणे छह विकेट के नुकसान पर 150 रन बना चुकी थी। एमएस धोनी रविचंद्रन अश्विन के साथ क्रीज में थे। पंजाब की ओर से अक्षर पटेल गेंदबाजी लेकर आए थे। पुणे को आखिरी ओवर में 23 रनों की जरूरत थी। धोनी ने पहले गेंद पर सिंगल नहीं लिया और अगली चार गेंदों पर तीन छक्के और एक चौका जड़कर मुकाबला जीतवा दिया। पुणे को मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद पर छक्का लगाने की जरूरत थी, और धोनी ने मिड विकेट बाउंड्री के ऊपर से पटेल की फूल गेंद को छक्के पार पहुंचकर पुणे को रोमांचक मुकाबले में जीत दिलवाई।
3. ड्वेन ब्रावो
ड्वेन ब्रावो आईपीएल इतिहास के बल्लेबाज है, जिन्होंने यह कारनामा पाहली बार किया था। आईपीएल 2012 में चेन्नई को कोलकाता के खिलाफ 159 रनों का पीछा करना था। चेन्नई 19 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 150 रन बना चुकी थी। चेन्नई के कप्तान धोनी और ड्वेन ब्रावो क्रीज पर मौजूद थे। कोलकाता की ओर से रजत भाटिया गेंदबाजी करने आए थे। ब्रावो ने भाटिया की पहली गेंद पर सिंगल लिया, दूसरी गेंद पर भाटिया ने धोनी को आउट कर चेन्नई की मुश्किलें ओर बढ़ा दी थी। अगली तीन गेंदों पर नए बल्लेबाज जडेजा तीन रन ही बना पाए थे। अब आखिरी गेंद पर चेन्नई को जीत के लिया 5 रनों की जरूरत थी और सामने ब्रावो खड़े थे। ब्रावो ने भाटिया की लोवर फुलटॉस गेंद को लॉंग ऑन बॉउन्ड्री पार पहुंचाकर रोमांचक मुकाबले में चेन्नई को जीत दिलवाई।