टीम इंडिया की चयन समिति की लापरवाही के कारण तीन भारतीय क्रिकेटरों का करियर लगभग खत्म हो गया है। टैलेंटेड होने के बावजूद इन 3 क्रिकेटरों का नहीं हो रहा टीम इंडिया में सिलेक्शन! सवाल ये है कि क्या इसके पीछे चयनकर्ताओं का हाथ है।
टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ इन 3 खिलाड़ियों को एक भी मौका देने को तैयार नहीं हैं। ये 3 क्रिकेटर इतने बदकिस्मत हैं कि इनका करियर अब खत्म होने वाला है। चयनसमिति चाहता है कि यह खिलाड़ी संन्यास ले-
1. सरफराज खान
घरेलू क्रिकेट में भले ही रनों की बारिश हो रही हो लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन सरफराज खान को मौका नहीं दे रहा है। सरफराज खान ने 39 प्रथम श्रेणी मैचों में 74.14 की शानदार औसत से 3559 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक और 9 अर्द्धशतक शामिल हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी मैचों में तिहरा शतक लगाया है। सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 301 रन है। इंडियन क्रिकेट बोर्ड की चयन समिति इस खिलाड़ी को हर सीरीज में नजरअंदाज कर रही है। सरफराज खान टीम इंडिया में मौका पाने के हकदार हैं।
2. पृथ्वी शॉ
पृथ्वी शॉ टीम इंडिया में मौका पाने के हकदार हैं। उनके अच्छे प्रदर्शन के बावजूद भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रहा है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैचों में 1 शतक और 2 अर्धशतक समेत 339 रन बनाए हैं। टेस्ट मैचों में पृथ्वी शॉ का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 134 रन है।
पृथ्वी शॉ ने 44 प्रथम श्रेणी मैचों में 12 शतक और 16 अर्द्धशतक सहित 3802 रन बनाए हैं। पृथ्वी शॉ बेहद आक्रामक बल्लेबाज हैं। पृथ्वी शॉ वनडे फॉर्मेट में टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। पृथ्वी शॉ की बल्लेबाजी में वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की झलक दिखती है। प्रथम श्रेणी मैचों में पृथ्वी शॉ का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 379 रन है।
3. मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल टीम इंडिया में मौके के हकदार हैं। उन्हें अचानक भारतीय टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया। आखिरी टेस्ट मैच मार्च 2022 में श्रीलंका के खिलाफ खेला गया था। भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड अच्छा है। उन्होंने 21 टेस्ट मैचों में 4 शतक और 6 अर्धशतक सहित 1488 रन बनाए हैं। सर्वश्रेष्ठ स्कोर 243 रन है। कहा जा रहा है कि केएल राहुल की वजह से मयंक अग्रवाल को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किया गया है।