साउथ अफ्रीका के मुख्य कोच मार्क बाउचर का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट खेलने का इंग्लैंड का यह नया तरीका कोई चमत्कार या आश्चर्य की बात नहीं है। उनका मानना है कि इसे ऐसे ही खेला जाना चाहिए।
इंग्लैंड की टीम ने ब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स के नेतृत्व में आक्रामक तरीके से विपक्षी टीम को हराया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में इंग्लैंड पूरी तरफ से हावी था। इंग्लैंड ने 275 से अधिक रनों के लक्ष्य को न सिर्फ पूरा किया था बल्कि अच्छा स्ट्राइक रेट भी बनाए रखा था। भारत के खिलाफ हुए पांचवें पुनर्निर्धारित टेस्ट मैच में भी इंग्लैंड ने सर्वाधिक 378 रनों को चेज करते हुए मैच जीता था और टेस्ट सीरीज को ड्रा कर लिया था। लेकिन इन सभी मैचों में एक बात गौर करने वाली है की सभी 4 मैच इंग्लैंड ने घर में ही जीते हैं और सभी मैच में पहले गेंदबाजी करते हुए जीत हासिल हुई है।
ब्रेंडन मैकुलम हमेशा से ऐसी आक्रामक शैली चाहते थे: मार्क बाउचर
बाउचर ने बताया कब फीका पड़ जाएगा यह आक्रामक तरीका
बाउचर ने कहा है कि कई बार हालात इंग्लैंड को इस नए दृष्टिकोण के साथ खेलने की अनुमति नहीं देंगे। बता दें कि, साउथ अफ्रीका को अगले महीने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड का सामना करना है और बाउचर को लगता है कि वे इस टेस्ट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में बाउचर ने कहा कि, "टेस्ट मैच को खेलना का यह तरीका ही होना चाहिए। अगर हम गौर करेंगे तो टेस्ट मैचों में रन रेट बढ़ गए हैं। हालांकि एक बात बता दूँ की कई बार ऐसा भी होगा जब परिस्थितियां आपको उस तरह से खेलने की अनुमति नहीं देंगी जैसा आप चाहते है। लेकिन अगर परिस्थितियां आपके पक्ष में हैं तो मुझे यकीन है कि आप देखेंगे कैसे बल्लेबाज, गेंदबाजों को दबाव में डालेंगे।"