Three major records that MS Dhoni could not break in international cricket: महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे महान कप्तानों में से एक रहे हैं। उन्होंने तीन विश्व खिताब जीते हैं। उनके नाम साल 2011 वनडे वर्ल्ड कप, साल 2007 20-20 विश्व कप और साल 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी है। वह भारत के लिए शानदार फिनिशर रहे हैं।
1. टेस्ट फॉर्मेट में 5000 रन और 100 मैच पूरे नहीं करना
Three major records that MS Dhoni could not break in international cricket: एमएस धोनी ने व्हाइट बॉल फॉर्मेट में कमाल का प्रदर्शन किया है। उन्होंने 50.57 की औसत और 87.56 की स्ट्राइक रेट से 10073 रन बनाए हैं। उनके नाम 73 अर्धशतक और 10 शतक हैं। लेकिन उनका टेस्ट मैच रिकॉर्ड भी शानदार रहा है।
उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 38.09 की औसत से 4876 रन बनाए हैं। उन्होंने 33 अर्धशतक, छह शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक दोहरा शतक भी लगाया था। उनका सर्वोच्च स्कोर 224 का है जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आया था। लेकिन धोनी 5000 रन पूरे करने से 124 रन पीछे रह गए। इसके साथ ही वह 100 टेस्ट मैच खेलने से भी चूक गए। अपने टेस्ट करियर के समाप्ति तक उन्होंने 90 मैच ही खेले थे।
2. वनडे में किसी विकेटकीपर द्वारा सबसे ज्यादा डिस्मिसल
Three major records that MS Dhoni could not break in international cricket: विकेट के पीछे बिजली की तरह स्टम्पिंग करने के बावजूद, धोनी उन कीपरों की सूची में तीसरे स्थान पर आते हैं, जिनके पास सबसे अधिक वनडे डिस्मिसल का रिकार्ड है। धोनी के पास 444 डिस्मिसल का रिकार्ड है। इस डिस्मिसल में 123 स्टंपिंग और 321 कैच शामिल हैं।
अन्य दो खिलाड़ी जिन्होंने धोनी को पीछे छोड़ा है वो कुमार संगकारा और एडम गिलक्रिस्ट हैं जिनके नाम क्रमशः 482 और 472 डिस्मिसल रिकार्ड हैं। लेकिन 41 साल की उम्र में भी वह विकेट के पीछे से जिस तरह बिजली के जैसे स्टम्पिंग करते हैं, उन्होंने इससे सबको हैरान कर दिया है।
3. भारत के कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा टेस्ट रन
Three major records that MS Dhoni could not break in international cricket: साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में 20-20 विश्व कप जीतने के कुछ ही समय बाद और ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक कॉमनवेल्थ बैंक श्रृंखला जीत के बाद, धोनी को भारतीय टेस्ट कप्तानी सौंपी गई थी। वह भारत को टेस्ट क्रिकेट में भी शिखर पर ले गए। उनके नेतृत्व में उन्होंने भारत को नंबर 1 टेस्ट टीम का ताज पहनाया गया था।
टेस्ट कप्तान के रूप में उनका रिकॉर्ड कमाल का रहा है। 60 मैचों में उन्होंने 40.64 की औसत से 24 अर्द्धशतक और पांच शतकों के साथ 3454 रन बनाए थे। वह भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में विराट कोहली के बाद दूसरे स्थान पर हैं। विराट कोहली 5864 रनों के साथ शीर्ष पर हैं।