इंडियन टी-20 लीग को दुनिया की लोकप्रिय टी-20 लीग में से एक माना जाता है। इस टूर्नामेंट में दुनिया भर के क्रिकेट सितारे एक साथ खेलते हुए नजर आते हैं। इसमें तीन नाम एमएस धोनी, कायरन पोलार्ड और ड्वेन ब्रावो हैं, जिन्होंने टूर्नामेंट को ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। तीनों खिलाड़ियों ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और अब उनके उम्र को देखते हुए इंडियन टी-20 लीग 2022 तीनों का आखिरी सीजन हो सकता है।
1. एमएस धोनी-
एमएस धोनी टूर्नामेंट की शुरुआत से ही इंडियन टी-20 लीग का हिस्सा रहे हैं। इंडियन टी-20 लीग के 2022 संस्करण को छोड़कर उन्होंने पिछले सभी सीजन में चेन्नई का नेतृत्व किया है। टूर्नामेंट के दो संस्करणों में जहां चेन्नई को टूर्नामेंट से निलंबित कर दिया गया था, धोनी तब निष्क्रिय पुणे फ्रेंचाइजी का हिस्सा थे।
धोनी के इंडियन टी-20 लीग करियर की बात करें तो उन्होंने 228 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 39.66 की औसत और 135.76 के स्ट्राइक रेट से 4878 रन बनाए हैं। उनके नाम 24 अर्धशतक भी हैं। उनके नेतृत्व में चेन्नई ने 9 बार फाइनल खेला और चार बार खिताब जीता है। हालांकि धोनी की फिटनेस और क्रिकेट पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन 40 वर्ष की आयु में होने के कारण यह टूर्नामेंट में उनका आखिरी सीजन हो सकता है।
2. कायरन पोलार्ड-
इंडियन टी-20 लीग ही नहीं, कायरन पोलार्ड टी-20 क्रिकेट में वह नाम है, जिसने अपनी पावर हिटिंग के जरिए क्रिकेट के इस छोट फार्मेंट को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बना दिया। जब भी टीम को उनकी जरूरत पड़ती है, कई मौकों पर उन्हें ऐसी पारी खेली है, जिससे टीम को जीत हासिल हुई है। कायरन पोलार्ड 2010 में मुंबई टीम से जुड़े और तब से वह उसी फ्रेंचाइजी के लिए खेल रहे हैं। अपने 13 साल के आईटीएल करियर में उन्होंने 186 मैच खेले हैं और 3383 रन बनाए हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में 68 विकेट भी लिए हैं। वह मुंबई टीम के लिए बड़ी संपत्ति हैं, लेकिन 34 साल की उम्र पार कर चुके हैं। ऐसे में यह उनका आखिरी इंडियन टी-20 लीग सीजन हो सकता है।
3. ड्वेन ब्रावो-
पोलार्ड के साथ ड्वेन ब्रावो दूसरा नाम है, जिन्होंने दुनिया भर में खेल के सबसे छोटे प्रारूप को लोकप्रिय बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने 2008 में मुंबई के लिए इंडियन टी-20 लीग में डेब्यू किया। हालांकि 2011 में वह चेन्नई की टीम में चले गए। ब्रावो ने टीम में शामिल होने के बाद से चेन्नई के तीन खिताबी जीत में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार भूमिका निभाई है।
उन्होंने 159 मैचों में 130.22 के स्ट्राइक रेट से 1547 रन बनाए हैं और 181 विकेट भी लिए हैं। वह फिलहाल टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। वह एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं, लेकिन अब 38 साल की उम्र होने के कारण ब्रावो अपना आखिरी इंडियन टी-20 लीग सीजन खेल रहे होंगे।