आईपीएल 2023 के 16वें सीजन में दिल्ली कैपिटल्स की चार लगातार हार ने दिल्ली के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों से लेकर डेविड वार्नर की कप्तानी पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली ने 11 अप्रैल को मुंबई के खिलाफ 6 विकेट से मैच गंवाया। दिल्ली अभी खेले गए सभी चारों मैच हार कर अंक तालिका में सबसे नीचे मौजूद है। दिल्ली टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर कई दिग्गजों ने प्रतिक्रियां दी है।
पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने तो यह तक कह दिया हैं कि 'दिल्ली की इस हार के बाद अब ये कंफर्म हो गया है कि दिल्ली कैपिटल्स की टीम इस सीजन प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाएगी।' इन लगातार चारों हार ने सबसे ज्यादा डेविड वार्नर की कप्तानी पर सवाल खड़ें किए हैं. हम इस आर्टिकल में आपकों तीन वजहें बताएंगे कि क्यों दिल्ली कैपिटल्स वार्नर को लीग के बीच में कप्तानी से हटा सकती है।
1. वॉर्नर की खराब कप्तानी
डेविड वार्नर के पास अंतरराष्ट्रीय और फ्रेंचाइजी क्रिकेट का इतना अनुभव होने के बावजूद आईपीएल के इस सीजन में उनकी कप्तानी पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। दिल्ली के लिए टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन प्रमुख मुद्दा रहा है, लेकिन वार्नर की खराब कप्तानी ने स्थिति को बद से बदतर बना दिया है। वार्नर के मैच के बीच में लिए गए निर्णयों ने उन पर और सवाल खड़े किए हैं। जैसे मुंबई के खिलाफ अपने सबसे हालिया मैच में एनरिक नॉर्खिया की जगह मुकेश कुमार को गेंद सौंपना। बता दें कि मुकेश कुमार के उस ओवर में 16 रन बने थे, जिसके कारण नॉर्खिया के पास अंतिम ओवर में 5 रन ही बचाने के लिए बचे थे। यहां तक की मुंबई के खिलाफ कप्तान वार्नर की फील्ड प्लेसमेंट पर भी लोगों ने सवाल उठाया है।
2. दिल्ली के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं
पहले चार मैच लगातार हारने के बाद दिल्ली का प्लेऑफ में पहुंचना काफी मुश्किल है। अब तक के आईपीएल इतिहास को देखे तो किसी भी टीम को टॉप चार में जाने के लिए कम से कम 14 में से 8 मुकाबलों में जीतना जरूरी है। दिल्ली को अब टॉप चार में जाने के लिए 10 में से 8 मैच जीतना पड़ेगा जो मुश्किल लगा रहा है। तो दिल्ली कैपिटल्स टीम मैनेजमेंट टीम की कप्तानी को लेकर एक प्रयोग कर सकती है। दिल्ली के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन किसी और खिलाड़ी को कप्तान बनाने से टीम नई ऊर्जा से खेलकर 10 में से 8 मुकाबले जीत जाए, अगर न भी जीते तो भी बैखोफ होकर क्रिकेट खेले। वैसे भी ऋषभ पंत के नए सीजन में वापस आते ही उनका कप्तान बनना तय है। तो इस सीजन दिल्ली यह आजमा सकती है।
3. दिल्ली को कप्तान से ज्यादा बल्लेबाज वार्नर की जरूरत
आईपीएल के इतिहास में कई बार ऑरेंज कैप होल्डर रहे वार्नर के लिए आईपीएल के पिछले कुछ सीजन बतौर बल्लेबाज वैसे नहीं जा रहे हैं, जैसी टीम और फैन्स को उनसे उम्मीद है। पिछले 2 मैचों में वार्नर ने रन तो बनाए हैं, लेकिन उनका स्ट्राइक रेट 115 के लगभग रहा है, जोकि वार्नर जैसे बल्लेबाज के लिए काफी कम है। दिल्ली को इस वक्त वार्नर की कप्तानी से ज्यादा उनकी बल्लेबाजी की जरूरत है, क्योंकि पृथ्वी शॉ और टॉप ऑर्डर बल्लेबाज दिल्ली के लिए रन नहीं बना पा रहे। जिसके चलते गेंदबाजों को लक्ष्य बचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और टीम लगातार मैच हार रही है।