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Rajvardhan-Hangargekar ( Photo Source : Twitter)
भारतीय अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी राजवर्धन हंगरगेकर पर उम्र में धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। खेल और युवा विभाग, महाराष्ट्र के आयुक्त ओमप्रकाश बकोरिया ने आरोप लगाया है कि भारत के अंडर -19 विश्व कप स्टार राजवर्धन हंगरगेकर ने उम्र में हेराफेरी की है। रिपोर्ट्स के अनुसार BCCI को लिखे एक पत्र में IAS अधिकारी ने क्रिकेटर के खिलाफ सबूत पेश किए हैं।
रिपोर्ट्स ने सभी को चौंकाया
सामना अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक हंगरगेकर की वास्तविक आयु 21 वर्ष है। टेरना पब्लिक स्कूल के छात्र हंगरगेकर के आठवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान उनकी जन्म तिथि 10 जनवरी 2001 से बदलकर 10 नवंबर 2002 कर दी गई थी। इसलिए वह हाल ही में समाप्त हुए अंडर-19 विश्व कप में खेलने के लिए योग्य थे।
अखबार ने आगे बताया कि बीसीसीआई को लिखे अपने पत्र में बकोरिया ने धाराशिव के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल गुप्ता को राजवर्धन हंगरगेकर की जन्म तिथि बदलने की पुष्टि की है। उन्होंने सबूत भी संलग्न किए हैं।
राजवर्धन हंगरगेकर ने अंडर-19 विश्व कप में छह मैच खेले और पांच विकेट लिए। इसका नतीज हुआ कि इंडियन टी-20 लीग 2022 मेगा ऑक्शन में चेन्नई ने राजवर्धन को 1.5 करोड़ रुपये में खरीदा। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने पहले ही दावा किया था कि यश धुल और राज बावा की तरह हंगरगेकर पर भी मेगा नीलामी में फ्रेंचाइजी की नजर रहेगी।
राजवर्धन पर संकट के बादल मंडरा रहे
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के एक छोटे से शहर तुलजापुर में जन्मे हंगरगेकर ने विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए महाराष्ट्र के अंडर-16 टीम में चुने जाने से पहले ऑफ स्पिन से तेज गेंदबाजी की ओर रुख किया। 2018 की शुरुआत तक दाएं हाथ का गेंदबाज ने 130 किमी/घंटे के आसपास गेंदबाजी करने लगे थे।
सीनियर वर्ग में भी महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने के बाद युवा तेज गेंदबाज का करियर अच्छी गति से चल रहा था। हालांकि, उम्र में धोखाधड़ी के आरोप लगने के कारण राजवर्धन हंगरगेकर पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं और इस तरह की खबरों के साथ यह संभावना कम है कि वह इंडियन टी-20 लीग में चेन्नई का प्रतिनिधित्व करें।