हाल ही में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को लेकर पाकिस्तान का दौरा रद्द कर दिया। पहले न्यूजीलैंड ने अंतिम समय में पाकिस्तान दौरा रद्द करने का फैसला किया। इसके तुरंत बाद ईसीबी ने भी घोषणा की कि वह इंग्लैंड की पुरुष और महिला टीम को दौरे पर नहीं भेजेगा। इन सभी मामलों की ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर उस्मान ख्वाजा ने आलोचना की है।
भारत के मामले में स्थिति पूरी तरह से अलग है
ख्वाजा ने आगे कहा कि खिलाड़ियों और टीमों के लिए पाकिस्तान दौरे से पीछे हटना आसान है और बांग्लादेश के साथ भी ऐसा हो सकता है। उन्होंने कहा दूसरी तरफ भारत के मामले में स्थिति पूरी तरह से अलग है। उनका मानना है कि इन मामलों में पैसा निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण बिंदु है, इसलिए भारत/बीसीसीआई कहीं न कहीं हावी है।
पीसीबी ने दो सालों में बहुत काम किया
ख्वाजा ने कहा पाकिस्तान ने बार-बार साबित किया है कि उनके यहां खेलने के लिए सुरक्षित जगह है और ऐसा कोई कारण नहीं है कि देश के दौरे रद्द कर दिए जाए। इसकी जानकारी होनी चाहिए कि पिछले दो वर्षों में पीसीबी ने पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को वापस लाने के लिए बहुत काम किया है। ऐसा ही रहा तो भविष्य में पाकिस्तान के दौरे के लिए उसे 'नो गो जोन' घोषित किया जा सकता है।
पाकिस्तान ने बार-बार साबित किया
मुझे लगता है कि खिलाड़ियों और अन्य देशों के लिए पाकिस्तान को ना कहना बहुत आसान है क्योंकि वह पाकिस्तान है। मुझे लगता है कि अगर बांग्लादेश होता तो भी यही बात लागू होती। ख्वाजा ने कहा कि अगर भारत ऐसी स्थिति में हो तो कोई भारत को ना नहीं कहेगा। हम सभी जानते है कि पैसा बोलता है और यह शायद इसका एक बड़ा हिस्सा है। पाकिस्तान ने अपने टूर्नामेंट के माध्यम से बार-बार साबित किया कि उनके यहां क्रिकेट खेलना सुरक्षित है।
ख्वाजा ने इस साल पीएसएल में हिस्सा लिया
मुझे लगता है कि कोई कारण नहीं है कि हमें वापस नहीं जाना चाहिए। ख्वाजा ने इस साल के पीएसएल में भी हिस्सा लिया, जो संयुक्त अरब अमीरात में COVID-19 के बीच हुआ। ख्वाजा ने कहा ऐसा लगता है पाकिस्तान अब खेलने के लिए बिल्कुल सुरक्षित है। अतीत में निश्चित रूप से कुछ चीजें थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं है।