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शुरुआती दिनों में नस्लवाद का सामना करने पर उस्मान ख्वाजा बोले, कई लोगों ने कहा, तुम ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं खेलोगे

उस्मान ख्वाजा ने कहा उन्हें क्रिकेट करियर में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा और एक बार करियर में आगे बढ़ने के लिए गोरे होना चाहते थे।

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Justin Joseph
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Usman Khawaja

Usman Khawaja

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 'स्पोर्ट्स फॉर ऑल' एप्रोच के लिए जाना जाता है और इसके लिए उसकी प्रशंसा भी हुई है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच को रद्द कर दिया, क्योंकि अफगानिस्तान में महिला क्रिकेट को प्रोत्साहन नहीं दिया गया। इस बीच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने एक खुलासा किया है, जो दिखाता है कि सिक्के का एक दूसरा पहलू भी है। उन्होंने बताया कि उन्हें करियर में कई बाधाओं का सामना करना पड़ाा। उन्होंने यह भी कहा कि एक बार करियर में आगे बढ़ने के लिए गोरे होना चाहते थे।

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उस्मान ख्वाजा ने कही ये बातें

ख्वाजा ने कहा बड़ी चीजों में से ऑस्ट्रेलिया में इस खेल के इर्द गिर्द कोच, सीए के कर्मचारी हैं। वे लैंगिक समानता को बढ़ावा देने पर जोर दे रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि बहुसंस्कृतिवाद के लिए भी यही काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा ऑस्ट्रेलिया के सामान्य आबादी को क्या गोरे ही प्रतिबिंबित कर रहे हैं या पुराने क्रिकेटर जो मुख्य रूप से गोरे एंग्लो-सैक्सन खिलाड़ी हैं? बस यही इसकी जड़ है। ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट लंबे समय से गोरों के लिए है, इसलिए जब तक ऊपर से चीजें बदलनी शुरू नहीं होती, तो नीचे से बदलना मुश्किल है। क्योंकि यह वही जगह है जहां से सभी फैसले लिये जाते हैं।

2011 में जब उस्मान ख्वाजा को ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला तो वह ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले मुस्लिम और पाकिस्तानी मूल के पहले खिलाड़ी बने। कई लोगों ने सोचा कि ख्वाजा का ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलना सफलता का क्षण है और कई दक्षिण एशियाई क्रिकेटर उच्चतम स्तर पर खेलना चाहते थे। हालांकि वास्तविकता यह है कि उस्मान ख्वाजा पिछले एक दशक में ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने वाले ऐसे एकमात्र खिलाड़ी हैं।

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लोगों ने कहा ऑस्ट्रलिया के लिए नहीं खेलोगे

अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए उस्मान ख्वाजा ने खुलासा किया कि कई लोगों ने उच्चतम स्तर पर उन्हें खेलने के लिए सपोर्ट नहीं किया। उन्होंने बताया लोगों ने उनसे कहा कि तुम ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने नहीं जा रहे हैं। यह एक गोरे का खेल है और वो तुम्हारा चयन नहीं करेंगे। कई बार मैंने सोचा कि यह बहुत कठिन है और ऐसा नहीं होगा। मुझे अवसर नहीं मिल रहे हैं। लेकिन सौभाग्य से मैं बहुत जिद्दी हूं।

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