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Vinod Kambli. (Photo Source: Twitter)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली साइबर ठगी के शिकार हो गये हैं। साइबर ठगों ने एक निजी बैंक कर्मचारी के रूप में उन्हें फोन किया और केवाईसी दस्तावेजों को अपडेट कराने की बात कही, जिसके बाद विनोद कांबली के बैंक अकाउंट से 1.14 लाख रुपये गायब हो गये। इसके बाद 3 दिसंबर को कांबली ने बांद्रा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया।
कांबली ने की पुलिस से शिकायत
घटना के बारे में बात करते हुए विनोद कांबली ने कहा कि उन्हें एक निजी बैंक के एक कर्मचारी का फोन आया, जिसमें कहा गया कि उन्हें केवाईसी विवरण को अपडेट करने की जरूरत है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनका कार्ड डिएक्टिवेट कर दिया जायेगा। इसी दौरान विनोद कांबली से एनीडेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा गया, जिसके जरिए साइबर ठगों ने घटना को अंजाम दिया। इसके बाद कांबली बांद्रा के पुलिस स्टेशन पहुंचे और घटना की शिकायत दर्ज करायी। थाने के साइबर यूनिट ने धोखाधड़ी को पकड़ लिया और उतनी ही राशि वापस खाते में क्रेडिट कराया।
बता दें कि इन दिनों साइबर ठगों द्वारा यूजर के बैंक खाते से राशि डेबिट करने के लिए कई ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है और एनीडेस्क उनमें से ही एक है। हालांकि कांबली के मामले में जब वह कॉल पर थे तो उनके खाते से कई लेन-देन हुए, जिससे उन्हें कुल 1.14 लाख का नुकसान हुआ।
जब कांबली को पता चला कि फोन करने वाला कोई प्रामाणिक नहीं है, तो उन्हें धोखाधड़ी का मामला समझ आया और तुरंत वह अपने सीए और बैंक अधिकारियों के पास पहुंचे। मामले में पुलिस से शिकायत के बाद साइबर यूनिट ने फ्रॉड अकाउंट को ट्रेस किया और बैंक से ट्रांजैक्शन रिवर्स करने को कहा।
मामले में कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारी ने बताया कि कॉल रिकॉर्ड और उस बैंक खाते की डिटेल्स ली गई, जिससे ट्रांजैक्शन किया गया था, ताकि जालसाज को ट्रैक किया जा सके।