इंटरनेशनल टी-20 कप में रविवार 24 अक्टूबर को अपने शुरुआती मुकबाले में भारत पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट से हार गई थी। इसके बाद से मोहम्मद शमी को उनके धर्म के आधार पर ऑनलाइन ट्रोलर्स ने ट्रोल करना शुरू कर दिया। कई पूर्व क्रिकटरों ने मोहम्मद शमी का समर्थन किया। वहीं अब शमी को निशाना बनाने वाले ऑनलाइन ट्रोलरों को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लताड़ लगाई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से पहले उन्होंने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि धर्म के आधार पर हमला करना सबसे नीच काम है।
अफसोस की बात है धर्म के आधार पर किसी को निशाना बनाना
कोहली ने कहा यहां हम एक कारण के लिए खेल रहे हैं, न कि ट्रोलर्स के लिए और दुर्भाग्य की बात है कि इससे उन लोगों को मजा आ रहा है। इसलिए हम वहीं कर रहे हैं, जो हमें करना है और वे जो कर रहे हैं वे करें। कई लोग सोशल मीडिया पर अपनी पहचान छिपाकर खिलाड़ियों को ट्रोल करने की कोशिश करते हैं और यह उनके जीवन का सबसे नीच काम है। उन्होंने कहा ये सभी बाहरी ड्रामे आत्मविश्वास की कमी के कारण होते हैं। हम जानते हैं कि खिलाड़ियों का कैसे सपोर्ट करना है। हम बाहर के शोर की परवाह नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि प्लेइंग इलेवन के एकमात्र मुस्लिम खिलाड़ी शमी को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया। मेरे लिए किसी के धर्म पर हमला करना सबसे नीच काम है, जो एक इंसान कर सकता है। हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन मैंने व्यक्तिगत रूप से कभी किसी के धर्म के आधार पर भेदभाव करने के बारे में सोचा भी नहीं है।
शमी ने पिछले कुछ सालों में अच्छा प्रदर्शन किया
विराट कोहली ने कहा कि धार्मिक मान्यताएं हर इंसान के लिए एक बहुत ही पवित्र और व्यक्तिगत चीज है और इसे बाहर ही छोड़ देना चाहिए। लोग यह नहीं समझते हैं कि हम एक इंसान के रूप में क्या कर रहे हैं और अपनी कुंठाओं को दूर करने के लिए ऐसा कृत्य करते हैं। उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होगी कि मोहम्मद शमी ने पिछले कुछ वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई है। उनके प्रदर्शन की बात रही तो वह जसप्रीत बुमराह के साथ हमारे प्राइमरी गेंदबाज हैं।