विराट कोहली फेक थ्रो: 20-20 विश्व कप 2022 के सुपर 12 चरण में भारत और बांग्लादेश के बीच मैच खेला गया जिसमें बांग्लादेश को एक रोमांचक मुकाबले में हार मिली। यह हार बांग्लादेश के लिए काफी दुखद थी क्योंकि इस हार के बाद ही उनका वर्ल्ड कप का सपना टूट गया। मैच हारने के बाद बांग्लादेशी क्रिकेटर और फैंस रोते हुए भी दिखाई दिए थे।
हालांकि, मैच के बाद अंपायरिंग की दो घटनाओं को लेकर बड़ा विवाद छिड़ गया है। मरैस इरास्मस और क्रिस ब्राउन इस मैच के मैदानी अंपायर थे। बारिश आने से पहले बांग्लादेश अपने लक्ष्य की ओर आसानी से बढ़ रहा था लेकिन बारिश के बाद जब मैच शुरू हुआ उसने पूरी गति को बदल दिया।
विराट कोहली को लेकर क्या था मामला?
बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज लिटन दास, धुआंधार बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन बारिश के बाद मैच शुरू होने के बाद वह रन आउट हो गए। उनके रन आउट होते ही बांग्लादेश की रन-चेज में जंग लग गई। हालांकि, दास के रन आउट होने से पहले कोहली को सातवें ओवर में फेक थ्रो करते हुए देखा गया, जिस पर बांग्लादेशी उपकप्तान नूरुल हसन की नजर पड़ी। मैदानी अंपायरों ने कोहली के थ्रो पर ध्यान नहीं दिया और इसलिए, भारत पर कोई जुर्माना नहीं लगाया गया।
दूसरी घटना तब हुई जब कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायरों से गीला आउटफील्ड सुखाने के लिए अतिरिक्त समय मांगा, हालांकि, मैच अधिकारियों को लगा कि मैच फिर से शुरू करने के लिए स्थिति काफी अच्छी थी। बांग्लादेशी तब नाराज हुए जब बारिश के बाद मैच शुरू होने के बाद दास रन लेते समय एक बार फिसल गए थे। इसपर बीसीबी भी अंपायरिंग से खुश नहीं थी।
हमने अंपायरों को नकली थ्रो के बारे में सूचित कर दिया है: जलाल यूनुस
क्रिकबज के सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड क्रिकेट संचालन के अध्यक्ष जलाल यूनुस अब घटनाओं पर खुल कर सामने आए हैं और वह इस मुद्दे को उचित मंच पर उठाने का मन बना चुके हैं।
जलाल यूनुस ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा कि, "हमने इसके बारे में बात की है। आपने इसे टीवी में देखा है और सब कुछ आपके सामने हुआ है। फेक थ्रो के संबंध में हमने अंपायरों को सूचित किया था लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने इसे नोटिस नहीं किया और यही कारण है कि उन्होंने रिव्यू नहीं लिया। शाकिब ने इरास्मस के साथ इसके बारे में बहुत चर्चा की और यहां तक कि खेल के बाद भी उनसे बात की।"
गीले आउटफील्ड को लेकर भी उठाई थी आवाज
उन्होंने आगे कहा क, "शाकिब ने गीले मैदान के बारे में बात की थी और उन्होंने कहा कि वह कुछ और समय ले सकते हैं और मैदान को सूखने के बाद खेल शुरू कर सकते हैं। लेकिन ... अंपायरों का फैसला अंतिम है और यही कारण है तर्क के लिए कोई जगह नहीं थी। केवल एक ही निर्णय था कि आप खेलेंगे या नहीं खेलेंगे।”
उन्होंने कहा, "यह हमारे दिमाग में है ताकि हम इस मुद्दे को उचित मंच पर उठा सकें।"
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या बोर्ड इनकी बातों को गंभीरता से लेगा। इसके साथ ही विराट कोहली पर क्या पाबंदियां लगाई जाएंगी।