विराट कोहली के अंडर-19 साथी तरुवर ने बताया आखिर क्यों भारत के लिए नहीं खेल सके

तरुवर ने कहा कि तुलना हमेशा होगी, क्योंकि मैं विराट का साथी था, लेकिन मुझे यह आदत है कि मैं दूसरों से अपनी तुलना नहीं करता।

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Justin Joseph
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(Photo Source: Google)

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मलेशिया में 2018 में भारत ने विराट कोहली के नेतृत्व में अंडर-19 विश्व कप जीता, जिसके बाद से विराट कोहली के भाग्य के दरवाजे खुल गए। हालांकि उसी विजेता टीम में एक और कोहली था, जिसका पहला नाम तरुवर था। इस होनहार बल्लेबाज ने छह मैचों में 218 रन बनाए, जिसमें तीन अर्धशतक भी शामिल थे। वह तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे।

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वहीं विराट कोहली आज मेगास्टार बन गए, जबकि 22 गज की पट्टी पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद तरुवर कोहली को लाइमलाइट में आने का मौका नहीं मिला। हाल ही में तरुवर कोहली ने दो तिहरे शतक बनाने के बावजूद पिछले 14 सालों में भारतीय टीम में मौका नहीं मिलने के पीछे का कारण बताया है।

जानिए तरुवर कोहली ने विराट कोहली से तुलना पर क्या कहा

स्पोर्ट्स यारी से बात करते हुए तरुवर कोहली ने कहा, 'मैंने दो तिहरे शतक बनाए हैं। एक पंजाब के लिए और दूसरा मिजोरम के लिए। लेकिन चूंकि उनके पीछे कोई सोशल मीडिया नहीं था, इसलिए उनका महिमामंडन नहीं हुआ और आंकड़े छिप गए।' उन्होंने कहा, 'आज क्रिकेट काफी बदल गया है। जब हम 2008 में अंडर-19 विश्व कप खेल रहे थे, तब हम कुछ और डॉट बॉल खेलते थे। लेकिन आज अगर आप तीन डॉट गेंद भी खेलते हैं, तो प्रबंधन को भी आप पर संदेह होता है।'

अपने U19 टीम के साथी विराट के साथ तुलना किए जाने के बारे में पूछे जाने पर तरुवर ने कहा कि हमेशा तुलनाएं होंगी, लेकिन वह इन सब पर ध्यान नहीं देते हैं और उन्हें प्रतिस्पर्धा करने के लिए खुद को आईने में देखने की आदत है।

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उन्होंने कहा कि तुलना हमेशा होगी, क्योंकि मैं विराट का साथी था। लेकिन मुझे यह आदत है कि मैं खुद को आईने में कहां देखता हूं और दूसरों से अपनी तुलना नहीं करता। विराट जिस तरह से अपने खेल को अगले स्तर तक ले गए हैं, उसका श्रेय उन्हीं को जाता है। मेरी इच्छा है कि वह बहुत रन बनाए और अपने शतक का इंतजार खत्म करें, जिसका लोग काफी समय से इंतजार कर रहे हैं।

रणजी ट्रॉफी में तरुवर का शानदार प्रदर्शन

तरुवर के लिए रणजी ट्रॉफी 2021/22 का सीजन काफी शानदार रहा, जहां उन्होंने ग्रुप चरणों में पंजाब के लिए तीन शतक लगाए और तीन मैचों में 131.50 की औसत से 526 रन बनाए। उनके दो शतक 151 और नाबाद 101 बिहार के खिलाफ आए, जबकि उन्होंने नागालैंड के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच में एक और नाबाद 151 रन बनाए। इसके साथ ही उन्होंने मणिपुर के खिलाफ दो बार चार विकेट हॉल्स भी लिए।

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