/sky247-hindi/media/post_banners/u5K06wG3vHXLw8N9JSfS.jpg)
Virender Sehwag. (Image source: Google)
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उन्होंने भारत के लिए कई शानदार पारियां खेली हैं। इसके अलावा भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। अब उन्होंने एमएस धोनी को लेकर ऐसा बयान दिया, जिससे हर कोई हैरान है।
वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा किया है कि वह 2008 में वनडे प्रारूप में खराब फॉर्म से गुजर रहे थे और जिस समय एमएस धोनी टीम का नेतृत्व कर रहे थे, उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। हालांकि उस वक्त सचिन तेंदुलकर ने उन्हें संन्यास नहीं लेने की सलाद दी थी।
'2008 में मुझे रिटायरमेंट का ख्याल आया'
सहवाग ने क्रिकबज शो 'मैच पार्टी' में कहा कि 2008 में जब हम ऑस्ट्रेलिया में थे तो मुझे रिटायरमेंट का ख्याल आया था। मैंने टेस्ट सीरीज में वापसी की और 150 रन बनाए। वनडे में मैं तीन-चार पारियों में रन नही बना सका। तो एमएस धोनी ने मुझे टीम के प्लेइंग इलेवन से हटा दिया। फिर मेरे मन में वनडे क्रिकेट छोड़ने का ख्याल आया। मैंने सोचा कि मैं केवल टेस्ट क्रिकेट खेलूंगा।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने आगे कहा कि उस वक्त सचिन तेंदुलकर ने उन्हें रोका था। उन्होंने मुझसे कहा था कि यह आपकी जिंदगी का खराब दौर है। थोड़ा रुकिए, इस दौरे के बाद घर वापस जाइए और फिर तय कीजिए कि आगे क्या करना है। सौभाग्य से मैंने उस समय अपने संन्यास की घोषणा नहीं की।
बता दें कि 2008 में भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के साथ त्रिकोणीय सीरीज खेल रहा था। सीरीज के पहले चार मैचों में वीरेंद्र सहवाग के बल्ले से खूब रन नहीं निकले थे। उन्होंने चार मैचों में 6, 33, 11, 14 रन बनाए थे। इसका परिणाम हुआ कि उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ा। दो मैचों के बाद उन्हें एक बार और मौका मिला, लेकिन सहवाग एक बार फिर सस्ते में आउट हो गए।
हालांकि, भारत ने वह त्रिकोणीय सीरीज जीता था, लेकिन सहवाग ज्यादा कुछ नहीं कर सके थे। इसके बाद के सीरीज में सहवाग ने वापसी की और 2013 में भारत के लिए आखिरी बार खेला।