इंडियन टी-20 लीग 2022 में शुक्रवार को दिल्ली और राजस्थान के बीच हुए मुकाबले में नो-बॉल विवाद को लेकर क्रिकेट बिरादरी के कई बड़े नामों ने ऋषभ पंत की आलोचना की। इस बीच भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने पंत की हरकत को गलत बताया, जिसने सारी हदों को पार किया।
पूर्व क्रिकेटर ने समझाया कि कभी-कभी अंपायर गलतियां करते हैं, लेकिन चीजों को खेल के रूप में लिया जाना चाहिए। मामला तब बढ़ गया जब ऋषभ पंत ने दिल्ली के बल्लेबाजी कोच प्रवीण आमरे को अंपायरों के साथ बातचीत करने के लिए मैदान पर भेजा।
क्रिकइन्फो पर बोलते हुए वसीम जाफर ने कहा, ऋषभ पंत का खिलाड़ियों को वापस बुलाना अपनी हदों को पार करना था। हम यह नहीं देखना चाहते। खेल को चलते रहने की जरूरत है। यह समझ में आता है कि कभी-कभी अंपायर गलतियां करते हैं और आपको इसे खेल की भावना से लेना होता है।
पंत पर लगा जुर्माना, प्रवीण आमरे एक मैच के लिए बैन
इस बीच इंडियन टी-20 लीग के आचार संहित का उल्लंघन करने पर दिल्ली कप्तान पर मैच का 100 फीसदी जुर्माना लगाया गया है। जबकि प्रवीण आमरे को एक मैच के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं शार्दुल ठाकुर को भी फटकार लगाई गई और उन पर मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगा।
टीम के सहायक कोच शेन वॉटसन भी पंत के इस रवैये से खुश नहीं दिखे। उन्होंने कहा देखिए मैच के आखिरी ओवर में जो हुआ, दिल्ली की टीम उसका समर्थन नहीं करती है। अंपायर का फैसला सही है या गलत, हमें स्वीकार करना होगा। मैं उस दौरान पंत को यही समझा रहा था। हमें हमेशा यही बताया गया है कि हर हाल में अंपायर के फैसले को मानना होगा। हमें भी ऐसा ही करना चाहिए था।उन्होंने आगे कहा कि और कोई मैदान में चला जाए तो इसे हम स्वीकार नहीं कर सकते। यह सही नहीं है।
मैच की बात करें तो जोस बटलर की तूफानी शतक की बदौलत राजस्थान ने टॉस हारने के बावजूद 222 रन का विशाल स्कोर बनाया। इसके जवाब में दिल्ली ने भी तेजी से रन बनाए, लेकिन उन्होंने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए। अंत में टीम निर्धारित 20 ओवर में 207 रन ही बना सकी।