श्रेयस अय्यर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में 27 गेंदों में 36 रन बनाए, जिसमें एक चौका और तीन छक्के शामिल थे। हालांकि उन्हें तेज गेंदबाजी के खिलाफ थोड़ी मुश्किलें हुईं। वह ड्वेन प्रिटोरियस की गेंद पर आउट हुए। उनकी इस कमजोरी पर बात करते हुए पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर का मानना कि श्रेयस अय्यर को तेज गेंदबाजी के खिलाफ अपने खेल में सुधार करने की जरूरत है।
तेज गेंबबाजों के खिलाफ करना पड़ा है संघर्ष
यह पहली बार नहीं है कि श्रेयस अय्यर को तेज गेंदबाजों के सामने संघर्ष करना पड़ा है। उन्हें पहले भी शॉर्ट पिच गेंद खेलने में मुश्किलें हुई हैं। इंडियन टी-20 लीग 2022 में दाएं हाथ के बल्लेबाज का स्ट्राइक रेट स्पिनर्स के खिलाफ 130 का है और 6 बार आउट हुए हैं, जबकि तेज गेंदबाजों के खिलाफ 138.06 का स्ट्राइक रेट है और सात बार आउट हुए हैं। इसलिए यह दर्शाता है कि कोलकाता के कप्तान को तेज गेंदबाजी के खिलाफ सुधार की जरूरत है।
वसीम जाफर ने उस बारे में बात की, जब श्रेयस तेज गेंदबाजों के खिलाफ दबाव महसूस करते हैं और क्रीज पर चहलकदमी करते हुए बाउंड्री के लिए प्रयास करते हैं। जाफर ने स्पिन के खिलाफ अय्यर की ताकत पर फोकस किया, लेकिन वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ अय्यर के गेम प्लान को लेकर आश्वस्त नहीं थे। वसीम जाफर ने महसूस किया कि अगर अय्यर को शीर्ष चार में बल्लेबाजी करनी है तो उन्हें तेज गेंदबाजी के खिलाफ अपनी बाउंड्री हिटिंग में सुधार करना होगा।
खेल में सुधार करने की जरूरत
जाफर ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो को बताया कि आप जानते हैं कि जब श्रेयस फंस जाते हैं, तो वह विकेट पर काफी चहलकदमी करते हैं। वह बाहर निकलते हैं और ऑफ साइड पर शॉट लगाने का प्रयास करते हैं। आप उन्हें तेज गेंदबाजों पर बहुत अधिक चौके या छक्के लगाते हुए नहीं देखेंगे। उन्होंने शम्सी को टारगेट पर लिया और फिर बाद में ईशान किशन ने केशव महाराज का सामना किया।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा आप भविष्य की तरफ देखें। उन्हें कुछ ऐसे शॉट लगाने होंगे, जिससे वह तेज गेंदबाजों पर हावी हो सकें। वह शीर्ष 4 में बल्लेबाजी करने आ रहे हैं। इसलिए उन्हें अपने खेल में सुधार करना होगा। खासकर तेज गेंदबाजों के खिलाफ बाउंड्री लगानी होगी। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी थोड़ी और अच्छी हो सकती थी, अगर वह कुछ और बाउंड्री लगाते, 10-12 रन और बनते।