रविवार 1 जनवरी को इंडियन क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर एक रिव्यू मीटिंग मुंबई में की है। इस मीटिंग में चीफ सिलेक्टर रहे चेतन शर्मा, टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच राहुल द्रविड़ ने 2022 में टीम इंडिया के प्रदर्शन को लेकर काफी गंभीर चर्चाएं की।
बता दें कि इस मीटिंग में इन तीनों के अलावा इंडियन क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव जय शाह और नेशनल क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण भी मौजूद थे। इस मीटिंग में भारत के फ्यूचर टूर प्रोग्राम को लेकर भी चर्चा की गई थी।
इस मीटिंग के बाद कई तरह के फैसले भी बोर्ड द्वारा लिए गए जिसमें खिलाड़ियों के वर्क लोड मैनेजमेंट और उपलब्धता के बारे में भी कई फैसले शामिल थे। साथ ही भारतीय टीम में सिलेक्शन के लिए अब बोर्ड ने दो फिटनेस टेस्ट को भी लागू कर दिया है।
अब टीम इंडिया में सिलेक्शन के लिए पास करने होंगे 2 टेस्ट:
इसमें से एक यो-यो टेस्ट से तो आप वाकिफ होंगे, जिसकी अब वापसी हुई है। इसके साथ ही दूसरा टेस्ट जिसे डेक्सा के नाम से पुकारा जा रहा है। यह एक प्रकार का नया टेस्ट है, जिसके बारे में आपको शायद ही जानकारी हो।
बता दें कि ये दोनों ही टेस्ट बोर्ड के केंद्रीय अनुबंध वाले सभी खिलाड़ियों पर लागू होंगे। तो क्या ये डेक्सा टेस्ट? आइए आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं।
क्या है डेक्सा टेस्ट?
डेक्सा (DEXA) का मतलब Dual Energy X-ray Absorptiometry से है। बता दें कि ये एक इमेजिंग टेस्ट है जो हड्डी के घनत्व को मापता है। यह टेस्ट हड्डी की ताकत को मापने के लिए किया जाता है और हड्डी में संभावित फ्रैक्चर की जानकारी भी प्रदान कर सकता है।
इस प्रकार के टेस्ट से दो प्रकार की किरणें उत्पन्न होती है - जिसमें एक हाई एनर्जी और दूसरा लो एनर्जी होती है। ये किरणें हड्डी से होकर गुजरती हैं। इसके बाद उत्सर्जित एक्स-रे की संख्या को हड्डी के घनत्व का पता लगाने के लिए मापा जाता है।