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Lata Mangeshkar with 1983 India team. (Photo source; Twitter)
भारत रत्न और स्वर कोकिल लता मंगेशकर का रविवार 6 फरवरी को 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सुबह लगभग 8 बजे अंतिम सांस ली, जहां उन्हें भर्ती कराया गया था। वह कोविड-19 संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुई थी। हालांकि, कुछ समय बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अंतिम समय में वेंटिलेटर पर रखा गया था।
सूचना थी कि उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और रविवार सुबह उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह भारत की सबसे प्रसिद्ध और सम्मानित पार्श्व गायिकाओं में से एक हैं। उन्होंने कई पुरस्कार जीते हैं। लता मंगेशकर क्रिकेट की भी बड़ी प्रशंसक थी और अक्सर सोशल मीडिया पर भारतीय टीम का समर्थन करती थीं। हालांकि, उन्होंने टीम के लिए तारीफ के अलावा भी बहुत कुछ किया है।
बीसीसीआई के पास नहीं था पर्याप्त धन
लता मंगेशकर ने एक बार भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम को देने के लिए 20 लाख रुपये जुटाने में मदद की थी। दरअसल, बीसीसीआई जीत का जश्न भव्य तरीके से मनाना चाहता था, लेकिन उसके पास पर्याप्त धन नहीं था। तब उस समय के क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर राज सिंह डूंगरपुर ने लता मंगेशकर की ओर रुख किया।
केंद्रीय मंत्री एनकेपी साल्वे ने एक बार खुलासा किया था कि डूंगरपुर ने सुझाव दिया था कि बीसीसीआई लता मंगेशकर से धन की व्यवस्था करने के लिए संगीत कार्यक्रम करने का अनुरोध कर सकता है। उन्होंने कहा, 'राज सिंह ने लता मंगेशकर से धन जुटाने के लिए दिल्ली में एक संगीत कार्यक्रम करने का अनुरोध करने का एक शानदार विचार रखा, क्योंकि उन दिनों बीसीसीआई के पास धन की कमी थी।'
शो में राजीव गांधी भी मौजूद थे
लता मंगेशकर ने मना नहीं किया और खुशी-खुशी ऐसा करने के लिए राजी हो गई। लता जी ने कहा था, 'मैंने कहा कि मैं इसे निश्चित रूप से करूंगी। मैं 17 अगस्त को दिल्ली पहुंची और मैंने एक स्पेशल शो किया। इस शो में मुकेश भैया के बेटे, सुरेश वाडेकर और नितिन मुकेश ने भी सपोर्ट किया। उस शो में राजीव गांधी भी मौजूद थे।
उस शो में लता मंगेशकर ने प्रतिष्ठित भारत विश्व विजेता गीत गाया। इसमें क्रिकेटरों ने भी मंच पर लता जी के साथ गाना गाया। इस कॉन्सर्ट से 20 लाख रुपये जुटाए गए और विश्व कप विजेता टीम के हर खिलाड़ी को 1 लाख रुपए दिए गए थे।