दुनियाभर में क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में शानदार रिकॉर्ड बनाए है। 15 साल की उम्र में मुंबई के लिए डेब्यू करने वाले दिग्गज क्रिकेटर सचिन ने करीब 3 दशकों तक क्रिकेट की दुनिया पर राज किया था। इस दौरान सचिन तेंदुलकर ने कई यादगार पारियाँ खेलते हुए भारत को कई मुकाबलों में वापसी कारवाई थी।
क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेटों में 34,357 रनों बनाए है। तेंदुलकर ने नवंबर 2013 में अपने करियर का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। यह मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ था और वह उनका 200वां टेस्ट मैच था। इस मैच के बाद सचिन ने क्रिकेट से हमेशा के लिए संन्यास ले लिया था।
मां को बड़ी स्क्रीन पर देखकर इमोशनल हो गए थे तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर के करियर में खेली गई कई यादगार पारियों में से एक पारी शारजाह में खेली गई थी। यह पारी ' रेत के बवंडर' नाम से मशहूर है, जो सचिन ने 22 अप्रैल 1998 को खेली थी। इस पारी के 25 साल पूरे होने के उपलक्ष में मुंबई में एक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था।
उस कार्यक्रम में सचिन ने अपने अंतिम मुकाबले में मां को बड़ी स्क्रीन पर देखकर इमोशनल होने वाले पूरे वाकये के बारे में बात कि और कहा ' मैं इतने साल खेला था, लेकिन मेरी मां ने उस (आखिरी टेस्ट) मैच से पहले कोई भी मैच नहीं देखा था। मैंने अपनी मां से कहा कि आपको आना होगा। उनकी शारीरिक चुनौतियों के कारण, उनके लिए आना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने कहा कि वह मेरे लिए आएंगी ।वह व्हीलचेयर पर थी। मेरे लिए यह बड़ा इमोशनल पल था जब उन्होंने मेरी मां को बड़े पर्दे पर दिखाया, उस समय मैं अपने आपको नहीं रोक सका।'
इसके बाद सचिन ने अपनी पिता से मिली बहुमूल्य सीख के बारे में भी बात की। सचिन ने कहा मेरे पिता हमेशा चाहते थे कि मैं अच्छे खिलाड़ी के साथ-साथ अच्छा इंसान भी बनूं क्यों की अच्छाई ही इंसान के साथ अंत तक रहती है। इसके अलावा सब चीजें समय के साथ, साथ छोड़ देती है।