इस साल के आखिर में भारत की मेजबानी में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाने वाला है। बतौर मेजबान टीम इंडिया खिताब जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। मगर चोटिल खिलाड़ियों की परेशानियों के चलते अभी भी टीम मैनेजमेंट नंबर 4 और 5 के लिए उपर्युक्त खिलाड़ियों की तलाश में लगा हुआ है। वर्ल्ड कप से पहले इस महीने का अंत में पाकिस्तान की मेजबानी में एशिया कप का आयोजन भी होने वाला है।
जिसमें सबसे रोमांचक भारत-पाक मुकाबला 2 सितंबर को कैंडी में खेला जाएगा। इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ल्ड कप के लिए सही कॉम्बिनेशन की तलाश में टीम मैनेजमेंट आगामी एशिया कप में भी बल्लेबाजों के बल्लेबाजी क्रम के साथ छेड़छाड़ कर सकता है। पिछले दिनों ही पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी रवि शास्त्री ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के बल्लेबाजी क्रम के बदलाव के बारे में राय देकर नई बहस को जन्म दिया है। कुछ फैंस इसके सपोर्ट में तो कुछ इसके विरोध में नजर आए।
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगें की क्यों रोहित शर्मा के बल्लेबाजी क्रम में छेड़छाड़ नहीं किया जाना चाहिए।
1. एक्सपेरिमेंट का समय नहीं
असल में वर्ल्ड कप में अब करीब 2 महीनों से कम समय बचा है। वहीं इस बीच भारतीय टीम एशिया कप सहित करीब आधा दर्जन वनडे मुकाबले खेलती नजर आएगी। इन बचे मुकाबलों में रोहित शर्मा के बल्लेबाजी क्रम छेड़छाड़ करना टीम मैनेजमेंट को उल्टा पड़ सकता है। बतौर सलामी बल्लेबाज एशिया कप में रोहित शर्मा का रिकॉर्ड शानदार रहा है। वेस्टइंडीज दौरे पर रन बनाकर रोहित फॉर्म में लौटने का संकेत पहले ही दे चुके हैं।
2. टॉप ऑर्डर में रोहित को रनों की जरूरत
वेस्टइंडीज दौरे पर रोहित शर्मा का बल्ला बोलता नजर आया। मगर भारतीय कप्तान को वनडे वर्ल्ड कप से पहले और रनों की जरूरत है। रोहित की बल्लेबाजी में पिछले कुछ समय से निरंतरता की कमी रही है। ऐसे में रोहित का एशिया कप में रन बनाना उनको आत्मविश्वास देगा। बता दें कि 2023 की शुरुआत के बाद से, रोहित ने नौ वनडे पारियां खेली हैं, जिसमें 383 रन बनाए हैं। उनका प्रभावशाली औसत 47.87 है।
3. बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का सहज नजर आना
अपने शुरुआती इंटरनेशनल करियर में नीचले क्रम में बल्लेबाजी करने वाले रोहित शर्मा पिछले कई सालों से बतौर सलामी बल्लेबाज खेलते नजर आते हैं। इस बल्लेबाजी क्रम पर ही रोहित शर्मा ने तीन दोहरे शतक जड़कर शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर रखा है। रोहित शर्मा पारी की शुरुआत करते समय काफी सहज नजर आते हैं। इनके बतौर सलामी बल्लेबाज रिकॉर्ड को ध्यान में रखकर इनके बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की फिलहाल जरुरत नजर नहीं है।