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Cheteshwar Pujara and Sunil Gavaskar (Image Source: Twitter)
वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट और वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा 23 जून को हुई, जहां टेस्ट टीम से चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप कर दिया गया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के इस फैसले की दिग्गज क्रिकटरों ने काफी आलोचना की। इसी कड़ी में भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भारत की बल्लेबाजी विफलता का ठिकरा चेतेश्वर पुजारा पर फोड़ने पर जमकर लताड़ लगाई है।
गावस्कर ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए कहा कि इसके लिए पुजारा को बलि का बकरा क्यों बनाया गया। उन्होंने कहा कि WTC फाइनल में अन्य बल्लेबाज भी बुरी तरह फ्लॉप रहे थे।
वह ड्रॉप क्यों हुआ समझ से परे है- सुनील गावस्कर
उन्होंने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, स्पष्ट रूप से केवल एक व्यक्ति को बाहर किया गया है, जबकि अन्य भी फेल रहे हैं। मेरे लिए बल्लेबाजी विफल रही। अजिंक्य रहाणे के अलावा, जिन्होंने दोनों पारियों में क्रमश: 89 और 46 रन बनाए, किसी और ने रन नहीं बनाया। तो सिर्फ वह (चेतेश्वर पुजारा) क्यों ड्रॉप हुआ? हमारी बल्लेबाजी विफलताओं पर उन्हें क्यों बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा वह भारतीय क्रिकेट की सेवा कर रहा है। एक वफादार सेवक है। क्योंकि किसी प्लेटफॉर्म पर उसके लाखों फालोअर्स नहीं है, जो उनके ड्रॉप होने पर हंगामा करेंगे। मेरा मतलब है कि आपने उसे बाहर कर दिया है, यह समझ से परे हैं। उसे बाहर करने और जो असफल रहे उन्हें टीम में रखने का क्या मापदंड है?
पुजारा का बचाव करते हुए गावस्कर ने कहा कि वह काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने काफी रेड बॉल क्रिकेट खेली है। इसलिए वह इसके बारे में जानते हैं। लोग 39, 40 साल तक खेल सकते हैं, इसमें कुछ गलत नहीं है और वो फिट हैं। जब तक आप रन बना रहे हैं, विकेट ले रहे हैं, मुझे नहीं लगता कि उम्र कारक होना चाहिए।
डब्ल्यूटीसी फाइनल में पुजारा के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने लंदन के ओवल में खेले गए एकमात्र टेस्ट में क्रमश: 14 और 27 रन बनाए थे। इस बीच, यशस्वी जयसवाल, रुतुराज गायकवाड़ और मुकेश कुमार को आगामी दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना गया है।
भारत की टेस्ट टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), रुतुराज गायकवाड़, यशस्वी जयसवाल, केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी।