दलीप ट्रॉफी फाइनल में वेस्ट जोन का दबदबा रहा और टेस्ट के अंतिम दिन वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने एक ऐसा कदम उठाया जिसे देख सब ने उनकी तारीफ की। दरअसल, उन्होंने स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल को मैदान से बाहर कर दिया, क्योंकि वह साउथ जोन के रवि तेजा से बहस कर रहे थे और शांत ही नहीं हो रहे थे।
दलीप ट्रॉफी फाइनल की पहली पारी में यादगार दोहरा शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल को विपक्षी बल्लेबाज रवि तेजा के साथ बहस करते पाया गया। जायसवाल उन्हें बार-बार कुछ न कुछ कह रहे थे और इस बात को लेकर रवि तेज ने अंपायर से शिकायत की थी। जिसके बाद अंपायर ने इस बारे में जायसवाल के कप्तान अजिंक्य रहाणे को सूचित किया।
रहाणे ने युवा बल्लेबाज को काफी समझाया और उन्हें शांत करने की कोशिश की। लेकिन 20 वर्षीय जायसवाल ने अपने कप्तान की बातों पर गंभीरता से नहीं लिया और उन्होंने दोबारा से वही हरकत की। जिसके बाद रहाणे ने एक साहसिक कदम उठाया और जायसवाल की इस बदतमीजी की वजह से उन्हें फील्ड छोड़कर बाहर जानें को कह दिया।
Rahane has asked Jaiswal to leave the field after few discipline issues with the South Zone batter in Duleep Trophy final. (Jaiswal was warned earlier as well)
— Johns. (@CricCrazyJohns) September 25, 2022
— YA (@YAndyRRSick) September 25, 2022
अजिंक्य रहाणे की इस बोल्ड कॉल पर उनकी सराहना की गई
कमेंटेटरों ने अजिंक्य रहाणे के इस साहसिक कदम की सराहना की क्योंकि यह युवा जायसवाल के लिए एक सबक होगा, क्योंकि वह अपने करियर की शुरुआत कर रहे हैं और इस उम्र में ही अगर वह इस तरह का व्यवहार करेंगे तो उनके करियर के लिए यह अच्छा नहीं होगा। बता दें कि वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
आजकल ऐसी घटना क्रिकेट फील्ड पर शायद ही देखने को मिलती हैं कि कप्तान अपने खिलाड़ी को फील्ड के बाहर भेज दे। क्योंकि अगर कोई दो खिलाड़ी आपस में बहस करते हैं तो उन्हें अंपायर द्वारा चेतावनी दी जाती है और उनपर रेफरी द्वारा पेनल्टी लगती है। इसलिए अनुभवी रहाणे ने खेल की भावना को बनाए रखने के लिए यह फैसला किया क्योंकि जायसवाल अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे।
मैच ही बात करें तो यह एक एकतरफा मुकाबला था, वेस्ट जोन ने साउथ जोन को 294 रनों से हराकर दलीप ट्रॉफी जीत ली। यशस्वी जायसवाल को पहली पारी में उनके दोहरे शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। जयदेव उनादकट को उनकी शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज RAHAअवॉर्ड मिला।