भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह को कौन नहीं जानता होगा, जिन्होंने भारत की दो वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकालते हुए जीत दिलाई। अपने डेब्यू मैच में ही शानदार अर्धशतक जड़कर उन्होंने यह बता दिया कि वह भविष्य के स्टार हैं। इस बीच उन्होंने अपने डेब्यू पारी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
मैं पूरी रात नहीं सो पाया- युवराज सिंह
हाल ही में स्पोर्ट्स 18 के नई पेशकश ‘होम ऑफ हीरोज’ में उन्होंने 2000 अंतरराष्ट्रीय क्रिेकेट टूर्नामेंट में अपने डेब्यू पारी से ठीक एक रात पहले सौरव गांगुली द्वारा उनके साथ किए गए प्रैंक को याद किया। उन्होंने बताया कि कप्तान गांगुली ने उनसे पूछ कि क्या वह अगले दिन महत्वपूर्ण मैच में ओपनिंग करेंगे। तो मैंने कहा, हां अगर आप चाहते हैं कि मैं ओपन करू तो मैं करूंगा। उस रात मुझे नींद नहीं आई।
मैच की सुबह कप्तान ने स्वीकार किया कि वह उनके साथ मजाक कर रहे थे। उन्होंने खुद पारी की शुरुआत की। इस मैच में युवराज के स्ट्रोक से भरे 84 रनों के दम पर भारत ने 265 पर रन का स्कोर बनाया।
डेब्यू मैच में युवराज ने बनाए 84 रन
युवराज सिंह ने कहा, मैं बहुत घबराया हुआ था। मैं पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहा था। लेकिन जब मैं बल्लेबाजी करने गया तो सिर्फ गेंद पर फोकस किया। युवराज ने उस समय को याद कि जब उन्होंने ब्रेट ली, ग्लेन मैक्गा, जेसन गिलेस्पी और ऑस्ट्रलियाई स्लेजिंग का सामना किया था।
डेब्यू पारी में युवराज को 37 रन पर जीवनदान मिला था। इसको याद करते हुए युवराज सिंह ने कहा, अगर मैं आज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने डेब्यू पर 37 रन बना लेता, तो मैं बहुत खुश होता, क्योंकि मैं हमले का सामना कर रहा था। उन्होंने कहा, सौभाग्य से मैंने 84 रन बनाए, मुझे नहीं पता कि कैसे, बस गेंद को देखा और हिट किया। ऑस्ट्रेलिया को हराकर और मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार हासिल करना मेरे लिए बहुत बड़ा क्षण था।