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Yuzvendra Chahal (Image Credit : Twitter)
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 22 जुलाई को पहला वनडे मुकाबला खेला गया जिसमें भारतीय टीम ने 3 रनों से जीत हासिल कर ली। मैच इतना रोमांचक था कि वह आखरी गेंद तक गया और मोहम्मद सिराज ने भारत को मुश्किल परिस्थिति में जीत दिलाई।
सिराज को आखरी ओवर में 15 रन बचाने थे लेकिन सामने बल्लेबाज पूरी तरह से सेट हो चुके थे और मैच सुपर ओवर की तरफ जाता दिख रहा था। लेकिन सिराज ने जिस तरह के यॉर्कर डाले उससे सभी लोग हैरान थे।
भारतीय टीम को सिराज पर था पूरा भरोसा
भारतीय टीम के प्रमुख स्पिनर युजवेंद्र चहल ने खुलासा किया कि पूरी टीम इंडिया को उम्मीद थी कि वह वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम ओवर में रन बचाने में कामयाब रहेंगे और हमें जीत हासिल हो जाएगी। रोमारियो शेफर्ड और अकील हुसैन ने अंतिम ओवरों में भारतीय गेंदबाजों के पसीने छुड़ा दिए थे। रोमारियो शेफर्ड ने सिर्फ 25 गेंदों में 39 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें तीन चौके और दो छक्के शामिल थे, लेकिन अंत में टीम सिर्फ तीन रनों से हार गई।
मोहम्मद सिराज को आखिरी ओवर में 15 रनों का बचाव करना था, और उन्होंने अपनी यॉर्कर का इस्तेमाल कर वेस्टइंडीज के मुंह से जीत छीन ली। लेकिन पांचवें गेंद में कुछ ऐसा हुआ जिससे सभी की सांसें रुक गई थी। सिराज पांचवीं गेंद लेग स्टंप के काफी बाहर यॉर्कर कर बैठे, जिसे डाइव लगाकर अगर सैमसन नहीं रोकते तो चौका चला जाता और मैच फंस सकता था।
आइए जानें कैसा गया अंतिम ओवर
- पहली बॉल पर कोई रन नहीं आया।
- दूसरी बॉल पर 1 रन आए।
- तीसरी बॉल पर शेफर्ड ने चौका मारा।
- चौथी बॉल पर 2 रन आए।
- पांचवीं बॉल पर सिराज ने वाइड फेंका जिसके बाद 2 गेंद में 7 रन चाहिए थे।
- छठी बॉल पर 2 रन आए
- सातवीं बॉल पर सिराज ने कमाल का यॉर्कर किया जिससे 1 रन आए
सिराज के सफल ओवर के कारण भारत ने 3 रन से मैच जीता और 1-0 से सीरीज में बढ़त हासिल की।
एक हिट मैच बदल सकती थी: युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल ने खुलासा करते हुए कहा कि, "हमें पूरा भरोसा था की सिराज जिस तरह से यॉर्कर डाल रहे थे, उससे हम ओवर में 15 रन बचा सकेंगे। ऐसा इसलिए था क्योंकि अपने पिछले दो ओवरों में भी वह मुश्किल से एक या दो यॉर्कर चूक गया था। हममें आत्मविश्वास था, लेकिन दबाव भी था। जिस तरह से वेस्टइंडीज बल्लेबाजी कर रहे थे। जब संजू सैमसन ने वाइड गेंद पर वह बचाव किया तो इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा।"