भारतीय टीम इस समय दक्षिण अफ्रीका दौरे पर है, जहां उसे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज और तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है। टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच कल (26 दिसंबर) को सेंचुरियन में खेला जायेगा। इस टेस्ट सीरीज से पहले भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का मानना है कि भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे दबाव में हैं। दायें हाथ के बल्लेबाज पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं।
अजिंक्य रहाणे इस साल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं और 12 टेस्ट में 19.57 की औसत से सिर्फ 411 रन बनाए हैं। इसलिए उनका फॉर्म टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया सीरीज में श्रेयस अय्यर ने अपनी पारी से सभी को प्रभावित किया। इसलिए चर्चा है कि वह दक्षिण अफ्रीका टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में रहाणे की जगह ले सकते हैं।
वहीं दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए अजिंक्य रहाणे को उपकप्तानी से हटाकर रोहित शर्मा को नया उपकप्तान नियुक्त किया गया। चूंकि रोहित शर्मा चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गये हैं, तो केएल राहुल को उपकप्तान बनाया गया है। इस पर जहीर खान ने कहा कि रहाणे को अपने करियर के इस दौर से गुजरने के लिए मानसिक रूप से मजबूत होना होगा।
पूर्व तेज गेंदबाज ने यह भी कहा कि बल्लेबाज को यह विश्वास करने की जरूरत है कि वह अपनी लय हासिल करने से सिर्फ एक अच्छी पारी दूर है। उन्होंने यह भी कहा कि एक क्रिकेटर के रूप में चुनौतियों को स्वीकार करने और उनका सामना करने की जरूरत है।
'अजिंक्य रहाणे भारी दबाव में हैं'
जहीर खान ने कहा कि अजिंक्य रहाणे के लिए मिश्रित प्रदर्शन रहा है। इसमें तो कोई शक ही नहीं है कि वह भारी दबाव में है। किसी भी क्रिकेटर के लिए इस तरह के दौर से गुजरने के लिए और इससे बाहर आने के लिए मानसिक दृढ़ता की आवश्यकता होती है। अच्छी बात यह है कि रहाणे अभी वहीं है और वह सिर्फ एक पारी दूर हैं। एक बल्लेबाज या क्रिकेटर के तौर पर उनको ऐसा विश्वास होना चाहिए।
पूर्व तेज गेंदबाज ने एक साक्षात्कार में कहा, ' मेरे व्यक्तिगत अनुभव से यदि कोई किसी कठिन दौर से गुजर रहा है, तो आपको यह विश्वास होना चाहिए कि आप उस अच्छे प्रदर्शन से सिर्फ एक पारी या एक अच्छी पारी दूर हैं। यदि आप इसे हिट करते हैं, तो चीजें भी बहुत तेजी से बदलती हैं। इस स्तर पर मैं अजिंक्य को यही सलाह दूंगा। एक क्रिकेटर के रूप में आपको इन चुनौतियों को स्वीकार करने और उनका सामना करने की आवश्यकता है।'