भारतीय फुटबॉल टीम ने एक महीने में दो बड़े टूर्नामेंट जीते, इसके बावजूद भी उसके एशियन गेम्स 2023 में हिस्सा लेने की संभावना नहीं है। यह खेल मंत्रालय के एशियन रैंकिंग में शीर्ष आठ रैंकिंग में रहने के मानदंड को पूरा नहीं करता है। भारतीय फुटबॉल टीम की एशियन रैंकिंग 18 है और इस कारण से वह खेल मंत्रालय के बनाए गए क्राइटेरिया में नहीं आती है।
यह लगातार दूसरी बार है कि भारतीय टीम एशियन गेम्स में हिस्सा नहीं ले सकेगी। भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) और राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) को भेजे गए एक पत्र में खेल मंत्रालय ने कहा है कि हर टीम स्पर्धा के लिए उन्हीं गेम्स में जिसमें पिछले एक साल में एशिया में हिस्सा लेने वाले देशों में शीर्ष आठ तक की रैंकिंग हासिल की हो, उन्हीं को ही एशियन गेम्स में हिस्सेदारी दिए जाने पर विचार किया जाना चाहिए।
एआईएफएफ खेल मंत्रालय से करेगा अपील
वहीं इस फैसले पर एआईएफएफ महासचिव शाजी प्रभाकरन ने कहा, यह सरकार का फैसला है, इसलिए हमें इसका पालन करना होगा। हालांकि, हम सरकार से अपील करेंगे कि जहां तक फुटबॉल का संबंध है तो वे इस फैसले पर दोबारा विचार करें।
उन्होंने कहा कि भारतीय फुटबॉल टीम ने इस साल काफी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। अगर उन्हें मौका मिलता है तो इससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा, खासकर अंडर-23 खिलाड़ियों के लिए। आईओए ने 2018 एशियन गेम्स के लिए भारतीय फुटबॉल टीम को इसी आधार पर मंजूरी देने से इनकार कर दिया था कि वह एशियन रैंकिंग में शीर्ष 8 में नहीं थी।
हाल ही में भारत ने जीता इंटरकॉन्टिनेंटल कप और SAFF चैंपियनशिप
आपको बता दें कि सुनील छेत्री की अगुवाई में भारतीय टीम ने 18 जून को इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल में लेबनान को हराकर ट्रॉफी जीता था। वहीं 15 दिन बाद 4 जुलाई को SAFF चैंपियनशिप के फाइनल में कुवैत को पेनल्टी शूटआउट में हराकर 9वीं बार खिताब जीता।