रमजान उपवास, प्रार्थना और प्रतिबिंब का एक इस्लामिक पवित्र महीना है और यह हर साल 1 अप्रैल से शुरू होकर 1 मई को समाप्त होता है। जो लोग रमजान का पालन करते हैं, वे दिन के उजाले में कुछ नहीं पीते या खाते हैं इसलिए सूर्यास्त के समय वे अपना रोजा तोड़ते हैं। मुसलमान लोग इस पूरे महीने को काफी पवित्र मानते हैं और पूरे आदर-सत्कार के साथ इसे मनाते हैं।
एक मुसलमान खिलाड़ी के लिए रमजान का महीना काफी कष्टदायक रहता है क्योंकि अक्सर उसे भूखे रहते हुए खेलना पड़ता है। वहीं, अगर सूर्यास्त के समय मैच हो जाए तब परेशानी बढ़ जाती है कि अब वे अपना रोजा कैसे तोड़े। मुस्लिम खिलाड़ी की इसी तकलीफ को दूर करते हुए बुंदेसलीगा के एक रेफरी ने पिछले सप्ताह मैच को थोड़ी देर के लिए रोक दिया। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि मुस्लिम खिलाड़ी सूर्यास्त के वक्त अपना रोजा तोड़ सके।
बुंदेसलीगा रेफरी ने दिखाई इंसानियत की भावना
पिछले सप्ताह 6 अप्रैल को ऑग्सबर्ग और मेज़ 05 के बीच मैच खेला गया जो सूर्यास्त के पहले शुरू हुआ। इसमें मेज़ के डिफेंडर मूसा नियाखाते खेल रहे थे जो मुसलमान हैं और वे रमजान का पालन करते हैं। जब रेफरी मैथियास जोलेनबेक को पता चला कि नियाखाते भूखे खेल रहे हैं तो उन्होंने 65वें मिनट पर (सूर्यास्त के समय) मुकाबले को बीच में रोक दिया। इसके बाद मूसा नियाखाते ने दो बोतल से पानी पीकर अपना रोजा तोड़ा।
फिर उन्होंने पास जाकर रेफरी का धन्यवाद भी किया कि उन्होंने सिर्फ उनका रोजा तोड़वाने के लिए मैच को बीच में रोका। इस भावपूर्ण पल का वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और सभी लोग रेफरी की प्रशंसा कर रहे हैं। वहीं, ऐसा ही मंजर रविवार (10 अप्रैल) को आरबी लिपजिग और हॉफेनहम के बीच मैच के दौरान भी देखा गया ताकि लिपजिग के मोहम्मद सीमाकन रोजा तोड़ सकें।
डेली मेल के अनुसार, जर्मन रेफरी कमेटी के संचार निदेशक लुत्ज़ माइकल फ्रोलिच ने इस संबंध में कहा, "इस संबंध में कोई सामान्य निर्देश नहीं है। लेकिन निश्चित रूप से, हम खिलाड़ियों के अनुरोध पर रमजान के दौरान इस तरह के ड्रिंकिंग ब्रेक की अनुमति देने वाले अपने रेफरी का समर्थन करते हैं।"
ये रहा वो वायरल वीडियो:
For the first time in history, a Bundesliga game was stopped for so that a Muslim player could break his fast during the match.
— HD Football (@hdfootballl) April 12, 2022
In the game between Augsburg and Mainz 05, the referee stopped the game at sunset so Moussa Niakhaté could take some fluids.
pic.twitter.com/JcW907aBLh