तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि पुर्तगाल के स्टार फुटबाॅलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को राजनीतिक प्रतिबंध के कारण फीफा विश्व कप 2022 के ज्यादातर मैचों से बाहर रखा गया था।
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है कि फुटबाॅल के इस सबसे बड़े इवेंट में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के टैलेंट को बर्बाद किया गया था। गौरतलब है कि पुर्तगाल कतर में हुए फीफा फुटबाॅल विश्व कप में मोरक्को से 1-0 से हारकर बाहर हो गई थी।
बता दें कि रोनाल्डो को इस मैच में खेल के आखिरी तीस मिनट में मैदान पर उतारा गया था और वे अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके। मैनचेस्टर और रियाल मेड्रिड के इस स्टार फुटबाॅलर को राउंड 16 में स्विटजरलैंड के खिलाफ भी शुरूआती प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया था।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन का बड़ा दावा
बता दें कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने अलजजीरा के एक कोट के अनुसार एरजुरम प्रांत में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, "उन्होंने रोनाल्डो को बर्बाद कर दिया है। दुर्भाग्य से, उन्होंने उन पर राजनीतिक प्रतिबंध लगा दिया है। रोनाल्डो फिलिस्तीनी के समर्थन में खड़े हैं।"
तो वहीं दूसरी तरफ अल जजीरा की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि स्टार फुटबाॅलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने कभी भी इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। इसके अलावा तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि रोनाल्डो जैसे फुटबॉलर को मैच के आखिरी 30 मिनट में मैदान के अंदर भेजने से वह मानसिक रूप से प्रभावित हुए और इसकी वजह से उनकी ऊर्जा भी खत्म हो गई।
वहीं विश्व के सबसे प्रसिद्ध फुटबाॅलर के बारे में आपको बताएं तो वह अभी किसी भी फुटबाॅल क्लब से नहीं जुड़े हैं। बता दें कि रोनाल्डो ने हाल में ही फीफा विश्व कप से पहले मैनचेस्टर युनाइटेड से अपना करार खत्म किया था। तो वहीं दूसरी तरफ रोनाल्डो को सऊदी अरब के क्लब अन नसर से 200 मिलियन यूरो प्रति वर्ष वेतन देने का प्रस्ताव दिया है। खैर देखने लायक बात होगी क्या इस ऑफर को रोनाल्डो अपनाते हैं या ठुकराते हैं।