भारतीय फुटबॉल टीम ने गोलकीपर धीरज सिंह के शानदार प्रदर्शन की बदौलत ग्रुप ई के मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में किर्गिस्तान को 4-2 से हरा दिया। इस जीत के साथ भारत ने दूसरा स्थान हासिल किया जो एएफसी अंडर-23 एशियाई फुटबॉल क्वालीफायर में टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले यूएई ओमान को 2-0 से हराकर ग्रुप ई में टॉप पर है। नियमित समय के बाद मुकाबला ड्रा रहा था।
मैच के ड्रॉ रहने के बाद दोनों टीमों के ग्रुप में चार अंक रहे और साथ ही गोल अंतर भी समान (शून्य) था। दोनों टीमों ने सभी मैचों में समान दो गोल दागे। इसके बाद ग्रुप ई में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान के फैसले के लिए पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया, जिसे भारत ने 4-2 से जीता।
वहीं एएफसी अंडर-23 एशियाई कप के लिए भारत पहली बार क्वालीफाई करेगा या नहीं, इसका पता अन्य ग्रुप के मैचों के समाप्त होने के बाद चलेगा। प्रत्येक ग्रुप से टॉप की टीम और सभी ग्रुपों से दूसरे स्थान पर रहने वाली सर्वश्रेष्ठ चार टीमें अगले साल होने वाली प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करेंगी।
गोलकीपर धीरज सिंह ने किया शानदार प्रदर्शन
पेनाल्टी शूटआउट में भारत के लिए गोलकीपर धीरज सिंह विरोधी टीम के दो शॉट रोके, जबकि भारत की ओर से राहुल केपी, रोहित दानु, सुरेश सिंह और रहीम अली ने गोल किये। इसके दो मिनट के बाद राहुल ने बायें छोर से कुमारबाई उलु को पीछे छोड़ते हुए मौका बनाया, लेकिन आदिलेत कानिबेकोव ने प्रयास को रोक दिया।
इसके बाद किर्गिस्तान के फारवर्ड अलिगुलोव मकसत के प्रयास को नरेंदर ने नाकाम किया और फिर पांच मिनट बाद तापेव तेमिर बोलोत के मूव को भी विफल किया। विक्रम 21वें मिनट में लक्ष्य से दूर रहे, जबकि चार मिनट बाद उनके पास पर अमरजीत भी गोल करने में नाकाम रहे।
किर्गिस्तान आक्रामक इरादे से उतरा
दूसरे हाफ में किर्गिस्तान आक्रामक इरादे से उतरा। 50वें मिनट में मकसद के ने प्रयास किया, लेकिन विफल रहे। भारत ने एक घंटा पूरा होने पर हैंडबॉल के लिए पेनाल्टी की अपील की, लेकिन मालदीव के रेफरी मोहम्मद जाविज ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
इसके सात मिनट बाद भारत ने मौका बनाया, जब दीपक तंगरी ने गोलमुख के समीप बाइसिकिल किक लगाई, जिसे किर्गिस्तान गोलकीपर तोकोतेइव इर्झान ने नाकाम कर दिया। दोनों टीमों ने इसके बाद कई मौके बनाये, लेकिन गोल करने में सफलता नहीं मिली।