इंडोनेशिया में शनिवार की रात एक फुटबॉल मैच के दौरान 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए। इसे अब तक सबसे बड़े स्टेडियम हादसों में से एक बताया जा रहा है। दरअसल, मैच के दौरान हारने वाली टीम के फैन्स भड़क उठे और मैदान में घुस आए, इससे वहां भगदड़ मच गई। फिर पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोल दागे।
शनिवार 1 अक्टूबर को कंजुरुहान स्टेडियम में उस वक्त माहौल खराब हो गया, जब घरेलू टीम अरेमा एफसी कट्टर प्रतिद्वंदी सुरबाया से 3-2 से हार गई। इसके अरेमा एफसी के फैन्स टीम का हारता देख मैदान में घुसने लगे। इस दौरा अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उन्होंने फैन्स से अपनी सीटों पर वापस जाने के लिए कहा और दो अधिकारियों के मारे जाने के बाद आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने बताया कि भगदड़ के कारण कई लोगों की मौत हुई।
The state of football in my country, 127 died, more than 100 injured, this is so sad, sending prayers to the family of the deceased#kanjuruhan #AremavsPersebaya #indonesia pic.twitter.com/lWmOiMzq3r
— Bored Dude (@ProudCityzens) October 1, 2022
मृतकों की संख्या 150 से अधिक हुई
ईस्ट जावा पुलिस के प्रमुख निको अफिंटा ने कहा कि भगदड़ के दौरान कई लोग जब बाहर निकलने के लिए दौड़े तो बुरी तरह कुचल दिए गए और दम घुटने के कारण उनकी मौत हो गई। उन्होंने शुरू में मृतकों की संख्या 127 बताई थी, लेकिन अब ये संख्या बढ़ गई है।
अस्पताल के निदेशकों में से एक ने स्थानीय मीडिया को बताया कि पीड़ितों में से एक की उम्र केवल पांच साल की थी। स्टेडियम के अंदर के दृश्य को देखने से पता चलता है कि भगदड़ के दौरान भारी मात्रा में आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। कई फैन्स चहारदीवारी पर चढ़े रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल कुछ वीडियो में देखा जा सकता है कि स्टेडियम में कैसा दृश्य रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टेडियम में दर्शकों के बैठने की क्षमता 42,000 है और अधिकारियों ने पुष्टि की कि मैच के लिए सीटें बिक चुकी थी। उन्होंने कहा कि, 'हम यह बताना चाहेंगे कि वे सभी अराजक नहीं थे। केवल 3000 ने स्टेडियम में प्रवेश किया।'
इंडोनेशिया के खेल और युवा मंत्री ज़ैनुद्दीन अमली ने घटना पर दुख जताया और कहा कि यह बेहद खेदजनक घटना है। पूरे मामले की जांच की जाएगी।