पुर्तगाल के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के ऊपर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। उनके ऊपर दुष्कर्म के आरोप वाली महिला अब ऊपरी अदालत की ओर रुख कर रही है। वह जिला अदालत के फैसले को चुनौती दे रही है। ऐसे में ऊपरी अदालत अगर मामले को सुनवाई योग्य पाती है तो फिर से केस चलेगा।
बता दें कि जिला अदालत ने इसी साल जून में मामले में रोनाल्डो को बरी किया था और यह भी कहा था कि आरोप लगाने वाली महिला उन पर फिर से मुकदमा नहीं दर्ज करा सकती है। लेकिन महिला ने अदालत को फैसले को फिर से चुनौती देने का मन बना लिया है।
मामला क्या है?
नेवादा की एक महिला ने आरोप लगाया था कि 2009 में रोनाल्डो ने लास वेगास के एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया था और किसी को नहीं बताने के लिए 2,70,000 पाउंड भी दिए थे। 2019 में महिला ने रोनाल्डो पर आरोप लगाए और लास वेगास पुलिस ने मामले में रोनाल्डो को गिरफ्तार करने के लिए वारंट भी जारी किया था, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
महिला के वकील ने लगाए आरोप
महिला के वकील ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब रोनाल्डो को गिरफ्तारी का वांरट जिले के न्यायाधीश के सामने पेश किया गया तो उन्होंने उसे निरस्त करने का फरमान जारी कर दिया। और निरस्त करने की कोई वजह भी नहीं बताई। पुलिस का मानना था कि दुष्कर्म के मामले में उन्हें जांच करने की जरूरत है, लेकिन न्यायाधीश ने ऐसा नहीं होने दिया।
बता दें कि क्रिस्टियानों रोनाल्डो इस समय खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। उन्होंने पिछले कुछ समय से अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है, जिसका असर उनके साथ उनके क्लब के खेल पर भी दिख रहा है।