भारतीय पुरुष टीम के टोक्यो ओलंपिक में कास्य पदक जीतने के साथ-साथ भारतीय महिला टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के वार्षिक पुरस्कारों में भारत के खिलाड़ियों और कोचों का दबदबा रहा। इसमें खिलाड़ियों और भारत की महिला व पुरुष टीम मुख्य कोच ने विभिन्न वर्गों में पुरस्कार प्राप्त किये।
गुरजीत कौर ( सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, महिला), हरमनप्रीत सिंह (सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, पुरुष), सविता (सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर, महिला), पीआर श्रीजेश ( सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर, पुरुष), शर्मिला देवी (सर्वश्रेष्ठ राइजिंग स्टार, महिला) और विवेक प्रसाद (सर्वश्रेष्ठ राइजिंग स्टार, पुरुष) के वर्ग में पुरस्कार हासिल हुए। इसके साथ-साथ भारत की महिला टीम के कोच सोजार्ड मारिन (एनईडी) और भारत की पुरुष टीम, ग्राहम रीड (एयूएस) ने अपनी-अपनी श्रेणियों में अधिक वोट हासिल किये।
इसमें कुल 79 राष्ट्रीय संघों ने मतदान में हिस्सा लिया, जिसमें अफ्रीका के 25 सदस्य संघों में से 11, एशिया के 33 में से 29, यूरोप के 42 में से 19, ओसेनिया के 8 में से 3 तथा पैन अमेरिका के 30 में से 17 सदस्य शामिल हैं। इसमें लगभग 300000 प्रशंसको ने मतदान किया। इसके साथ ही एफआईएच हॉकी स्टार्स अवार्ड्स में प्रशंसकों की भागीदारी असाधारण रही है।
इस तरह हुआ फैसला
एफआईएच ने सभी वर्गों में विजेताओं का निर्धारण करने के लिए एक ऑनलाइन मतदान प्रणाली का उपयोग किया। इसमें विश्व निकाय के अनुसार राष्ट्रीय संघों के वोट, जिनका प्रतिनिधित्व उनके कप्तान और कोच करते हैं, परिणाम का 50 प्रतिशत माना गया। मीडिया का 25 प्रतिशत हिस्सा था, जबकि शेष 25 प्रतिशत प्रशंसकों और खिलाड़ियों के बीच साझा किया गया था।
तीनों वर्गों से सबसे ज्यादा मत शेयर भारत के खिलाड़ियों को मिला। केवल सर्वश्रेष्ठ कोच वर्ग में, बेल्जियम के शेन मैकलियोड और नीदरलैंड के एलिसन अन्नान को राष्ट्रीय संघों से वोटों का एक बड़ा हिस्सा मिला, लेकिन वे भी मीडिया और प्रशंसक वोटों को जोड़ने के बाद कुल गिनती में हार गए।