मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप 2023 के शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। भारत इस बार टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है और ओडिशा व राउरकेला में मुकाबले खेले जाएंगे। पाकिस्तान इस बार टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका है। टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा लेंगी और सभी को चार ग्रुपों में बांटा गया है।
दूसरी तरफ भारतीय टीम स्ट्राइकिंग और डिफेंडिंग में काफी मजबूत दिख रही है। टीम के पास शानदार गोलकीपर पीआर श्रीजेश भी हैं। हालांकि, इस आर्टिकल में तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बात की गई है, जो मौजूदा वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं हैं।
3. दिलप्रीत सिंह (Dilpreet Singh)
टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में दिलप्रीत सिंह टीम में सबसे युवा थे और इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि टीम आगामी वर्ल्ड कप में स्ट्राइकर को मिस कर सकती है। वह टीम में नहीं हैं, लेकिन स्टैंडबॉय खिलाड़ियों में से एक हैं। इसलिए उनके पास वर्ल्ड कप में नीली जर्सी में दिखने का मौका है। उनके रिकॉर्ड की बात करें तो उन्होंने अब तक भारत के लिए 79 मैच खेले हैं और जिसमें इस स्ट्राइकर ने 29 गोल किए हैं।
2. सिमरनजीत सिंह (Simranjeet Singh)
टोक्यो ओलंपिक में प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले सिमरनजीत सिंह इस मल्टीनेशनल टूर्नामेंट से बाहर है। टोक्यो ओलंपिक के दौरान मिडफील्डर ने कांस्य पदक मैच में जर्मनी के खिलाफ विजयी गोल दागा था। वह 2018 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थे।
26 वर्षीय खिलाड़ी ने 52 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 16 गोल दागे हैं। अब यह ध्यान देने वाली बात है कि उनकी गैरमौजूदगी से भारत का अभियान प्रभावित होता है या नहीं।
1. कोथाजीत सिंह खडंगबम (Kothajit Singh Khadangbam)
भारतीय टीम के पास मजबूत डिफेंडडर्स की लिस्ट है और इसमें एक नाम कोथाजीत सिंह खडंगबम का है, जो इस साल मल्टीनेशन टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं। वह अपनी स्ट्रेटजी और तकनीकी के लिए जाने जाते हैं और 2014 एशियन गेम्स में पाकिस्तान के खिलाफ सिल्वर मैच में गोल दागा था। चूंकि कोथाजीत इस वर्ल्ड कप में टीम का हिस्सा नहीं है तो कई लोगों को मानना है कि उनके नहीं होने से प्रभाव पड़ेगा।