भारत की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने बुधवार 19 जनवरी के अपने एक ऐलान से पूरे खेल जगत में सनसनी फैला दी। दरअसल, ऑस्ट्रेलियन ओपन 2022 में महिला युगल के अपने पहले मैच में सानिया को अपनी जोड़ीदार के साथ हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद मिर्जा ने प्रेस वार्ता में ऐलान कर दिया कि वह मौजूदा सीजन के बाद पेशेवर टेनिस से संन्यास ले लेंगी।
मेरा शरीर अब थकने लगा है: सानिया मिर्जा
सानिया और यूक्रेन की उनकी जोड़ीदार नादिया किचनोक को महिला युगल के पहले दौर में स्लोवानिया की तमारा जिदानसेक और काजा जुवान की जोड़ी ने 6-4, 7-6 से मात दी। इस मुकाबले के बाद हुई प्रेस वार्ता में सानिया ने कहा, "मैंने फैसला किया है कि यह मेरा आखिरी सीजन होगा। मैं एक-एक हफ्ते अपना खेल आगे बढ़ा रही हूं। अभी ये पता नहीं है कि मैं पूरे सीजन तक खेल पाऊंगी, हालांकि मैं चाहती हूं कि पूरे सीजन तक रहूं।"
उन्होंने विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा, "इसके पीछे काफी सारे कारण हैं। यह इतना सरल नहीं है कि 'अच्छा चलो अब मैं नहीं खेलूंगी'। मुझे महसूस हो रहा है कि मुझे उबरने में लंबा समय लग रहा है। मेरा बेटा अभी तीन साल का है और मैं उसके साथ इतनी यात्रा करके उसे जोखिम में डाल रही हूं, यह ऐसी चीज है जिसका मुझे ध्यान रखना होगा।"
मिर्जा ने आगे कहा कि, "मेरा शरीर भी अब कमजोर हो रहा है। आज मेरे घुटने में सचमुच काफी दर्द हो रहा है। मैं यह नहीं कह रही हूं कि इसके कारण ही हम हारे, लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि मुझे उबरने में थोड़ा समय लग रहा है क्योंकि मेरी उम्र बढ़ रही है।"
सानिया का करियर कई पुरस्कारों और ग्रैंडस्लैम खिताबों से सुसज्जित रहा
सानिया मिर्जा ने अपना सीनियर पर्दापण 2003 में किया और उनके नाम महिला एकल में सर्वोच्च रैंकिंग (वर्ल्ड नंबर 27) तक पहुंचने वाली भारतीय खिलाड़ी का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 2013 में एकल स्पर्धा से संन्यास ले लिया था लेकिन महिला एवं मिश्रित युगल में खेलती रही हैं।
उन्होंने तीन महिला युगल और तीन मिश्रित युगल में ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। इसके अलावा वे महिला युगल में वर्ल्ड नंबर 1 भी रह चुकी हैं। साथ ही मिर्जा को 2004 में अर्जुन पुरस्कार, 2006 में पद्मा श्री, 2015 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।