टी20 विश्व कप 2021 के लिए भारतीय टीम की घोषणा के बाद से टीम चयन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस बार विशेषज्ञों का ध्यान भारतीय टीम में तेज गेंदबाजों की तरफ गया है। भारत के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद को लगता है कि आगामी टी20 विश्व कप में भारत के पास तेज गेंदबाज की कमी है। भारत सिर्फ तीन तेज गेंदबाजों के साथ गया है, जबकि आईपीएल के दौरान दुबई और अबू धाबी की पिचों ने तेज गेंदबाजों की मदद की है।
टीम में एक और तेज गेंदबाज होना चाहिए था
एमएसके प्रसाद ने कहा कि भारतीय टीम सिर्फ तीन गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार के साथ गया है, जबकि शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर को रिजर्व के रूप में टीम के साथ रखा गया है। प्रसाद का मानना है कि चूंकि भारत अपने अधिकांश मैच अबू धाबी और दुबई में खेलेगा, इसलिए उन्हें अपनी टीम में एक और तेज गेंदबाज को शामिल करना चाहिए था। आईपीएल का दूसरा चरण अभी संयुक्त अरब अमीरात में खेला जा रहा है और अब तक दुबई और अबू धाबी की पिचों पर तेज गेंदबाजों को मदद मिली है।
पांड्या का गेंदबाजी न करना चिंता का विषय
एमएसके प्रसाद ने कहा कि यह एक अच्छी टीम है, लेकिन मुझे लगता है कि वास्तव में टीम में एक तेज गेंदबाज कम हैं, क्योंकि हम दुबई और अबू धाबी में अधिकांश मैच खेल रहे हैं, इसलिए ऐसे में एक और तेज गेंदबाज होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हार्दिक पांड्या का आईपीएल में गेंदबाजी न करना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम में हार्दिक पांड्या को बतौर ऑलराउंडर चुना गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक आईपीएल में एक भी ओवर नहीं फेंका है। अगर वो टी20 विश्व कप में भी गेंदबाजी नहीं करते हैं, तो इससे टीम का संतुलन बिगड़ जाएगा। ठीक तरीके से नहीं पता, लेकिन अगर हार्दिक को ऑलराउंडर के तौर पर चुना गया है तो मैं उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखना पसंद करूंगा।
टीम में हैं तीन गेंदबाज
जसप्रीत बुमराह के अलावा, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार को टीम में तेज गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया है। इसके अलावा भारतीय टीम में दीपक चाहर और शार्दुल ठाकुर को रिजर्व के तौर रखा गया है, लेकिन वे भी टीम में तभी शामिल हो सकते हैं, जब कोई खिलाड़ी चोटिल हो। चयनकर्ताओं के पास टीम को अंतिम रूप देने के लिए 10 अक्टूबर तक का समय है।