WPL 2024 का आगाज 23 फरवरी से होने जा रहा है। पहले सीजन की चैंपियन रही मुंबई इंडियंस का सामना दिल्ली कैपिटल्स से होगा। पिछले सीजन में कई ऐसी खिलाड़ी थी जिसे डब्ल्यूपीएल के बाद भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला। ऐसी ही कुछ खिलाड़ी इस बार भी सभी टीमों में शामिल है जो अपने प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बना सकती है।
घरेलू क्रिकेट की 6 ऐसी नाम जो बना सकती है अपनी अलग पहचान
आज हम ऐसी ही कई प्रतिभाओं की बात कर रहे हैं जो डब्ल्यूपीएल के मंच से प्रदर्शन करके सीनियर टीम में जगह बना सकती है। ऐसी 6 खिलाड़ी जो अपने प्रदर्शन से धमाल मचाने को तैयार है और मौका मिलने पर छाप छोड़ने के लिए भी बेकरार है। आइए एक नजर डालते हैं इन खिलाड़ियों पर
1. अमनदीप कौर (Amandeep Kaur)
हरियाणा के खेलने वाली अमनदीप कौर का चयन मुंबई इंडियंस की टीम ने किया है। अमनदीप बाएं हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी करती है। अमनदीप का एक्शन कुछ हद तक कुलदीप यादव से मिलता है। अमनदीप कुलदीप की तरह ही गेंदबाजी करती है। अमनदीप ने अपने प्रदर्शन से हरियाणा को अंडर-23 महिला वनडे मुकाबले में विजेता बना दिया। इस टूर्नामेंट में अमनदीप ने 17 विकेट चटकाए। सीनियर महिला टूर्नामेंट में अमनदीप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 9 विकेट चटकाए। मुंबई की टीम ने अमनदीप को शामिल करके अपनी टीम को और मजबूत कर लिया है।
2. शुभा सतीश (Shubha Satheesh)
भारत के लिए एक टेस्ट मैच खेलने वाली शुभा सतीश को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने अपनी टीम में शामिल किया है। शुभा बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी माहिर है। वह तेज गेंदबाज करती है। बल्लेबाजी में अपना छाप छोड़ने में माहिर शुभा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। कनिका अहूजा के बाहर होने के बाद शुभा के लिए मौके और भी ज्यादा बढ़ गए हैं। आरसीबी के सोफी डिवाइन, एलिस पेरी और ऋचा घोष जैसे दमदार बैटरों में शुभा अपनी जगह आसनी से बना लेगी। इसके अलावा शुभा एक अच्छी फील्डर भी है। शुभा को लेकर आप कह सकते हैं कि वो क्रिकेट में एक संपूर्ण पैकेज है।
3. वृंदा दिनेश (Vrinda Dinesh)
वृंदा दिनेश इस बार डब्ल्यूपीएल के ऑक्शन में छाई रही। यूपी वारियर्स ने 1.3 करोड़ में वृंदा को अपने टीम में शामिल किया। वृंदा तेज गति से रन बनाने वाले बैटरों में से एक है। सीनियर महिला ट्रॉफी में 154 के स्ट्राइक रेट से 211 और अंडर-23 में 134.4 की स्ट्राइक रेट से 281 रन बनाए। श्रेयांका पाटिल ने नीलामी से वृंदा की बहुत तारीफ की थी। बेंगलुरु की रहने वाली वृंदा ने जूनियर महिला इमर्जिंग एशिया कप में भारत के लिए 29 गेंदों में 36 रन बनाकर जीत की भूमिका निभाई थी। वृंदा के पास खुद को साबित करने का इससे अच्छा मौका नहीं होगा।
4. पार्श्ववी चोपड़ा (Parshavi Chopra)
पार्श्ववी चोपड़ा को डब्ल्यूपीएल की पहली नीलामी में यूपी वारियर्स ने 10 लाख रुपये में खरीदा था। पार्श्ववी आईसीसी महिला अंडर-19 वर्ल्ड कप से सूर्खियों में आई थी। जिसके बाद यूपी की टीम ने उसे अपने दल में शामिल किया। पहले सीजन में पार्श्ववी 3 विकेट ही चटका सकी थी। लेकिन उनकी गेंदबाजी की कला देखकर लग रहा था कि उनके पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। पार्श्ववी का लेग स्पिन शानदार तो है ही लेकिन उसकी गुगली ज्यादा खतरनाक है। इस सीजन में उम्मीद है कि पार्श्ववी अपना छाप छोड़ने में कामयाब होगी।
5. अश्विनी कुमारी (Ashwani Kumari)
अश्विनी कुमारी पेस-बॉलिंग ऑलराउंडर है। भारत में पेस बॉलिंग ऑलराउंडर ना के बराबर है। अश्विनी को पहले सीजन में गुजरात जायंट्स ने 35 लाख में खरीदा था लेकिन उन्हे मौके नहीं मिले। इस बार अश्विनी को दिल्ली ने अपने टीम में शामिल किया है। दिल्ली के लिए अश्विनी खेलते नजर आ सकती है। वह तेज गेंदबाजी के साथ अच्छी हिटिंग भी करती है। दिल्ली के लिए निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए तेजी से रन गति को बढ़ा सकती है। दिल्ली को अश्विनी से पूरी उम्मीद है कि वह अपनी जिम्मेदारियों पर खड़ी उतरेंगी।
6. आशा सोभना (Asha Sobhana)
आशा सोभना ने डब्ल्यूपीएल के पहले सीजन में पांच मैच में केवल पांच विकेट ही चटकाने में कामयाब हो सकी थी। आरसीबी की खिलाड़ी का सीजन अच्छा नहीं गया साथ ही साथ टीम का सीजन भी अच्छा नहीं गया। आशा की लेग स्पिन गेंदबाजी कमाल की है। इसके साथ उनकी गुगली भ्रामक है। उनकी गुगली बहुत तेजी से अंदर आती है। आशा ने सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी में पुडुचेरी के लिए 7 मैचों में 16 विकेट लिए और बल्ले से 200 से ज्यादा रनों का योगदान दिया। आशा को उम्मीद है कि वो इस सीजन में शानदार प्रदर्शन करके अपनी तरफ सभी का ध्यान आकर्षित करेंगी।